ब्रेक्जिट पर पीएम टेरीजा करेंगी एक आखिरी कोशिश, संसद में तीसरी बार वोटिंग का प्रस्ताव
By आदित्य द्विवेदी | Published: March 14, 2019 09:20 AM2019-03-14T09:20:59+5:302019-03-14T09:20:59+5:30
ब्रिटेन की प्रधानमंत्री टेरीजा मे यूरोपीय संघ से देश के अलग होने के समझौते को बचाने के लिए संघर्ष कर रही है।हाउस ऑफ कॉमन्स ने जनवरी में समझौते को नकार दिया था। इसके बाद 12 मार्च को भी टेरीजा को मुंह की खानी पड़ी थी।
ब्रिटेन की प्रधानमंत्री टेरीजा मे की सरकार ने ब्रेक्जिट समझौते पर एक आखिरी कोशिश करने का फैसला किया। सरकार ने कहा है कि संसद में 20 मार्च को तीसरी बार वोटिंग का प्रस्ताव रखा गया है। समाचार एजेंसी एएफपी के अनुसार वोटिंग का प्रस्ताव रखते हुए सरकार ने कहा कि इसबार भी संसद में प्रस्ताव खारिज होता है तो वे यूरोपीय संघ से थोड़ी मोहलत देने की मांग करेंगे।
ब्रिटेन की प्रधानमंत्री टेरेसा मे यूरोपीय संघ से देश के अलग होने के समझौते को बचाने के लिए संघर्ष कर रही है।हाउस ऑफ कॉमन्स ने जनवरी में समझौते को नकार दिया था। सांसदों को आयरलैंड की सीमा के लिए व्यवस्था को लेकर चिंताएं थीं। यूरोपीय संघ से छूट हासिल करने के मकसद से ‘‘तकनीकी’’ बातचीत सप्ताहांत में गतिरोध तोड़ने में नाकाम रही थी।
ब्रेक्जिट मसले पर ब्रिटेन की प्रधानमंत्री टेरीजा मे को मंगलवार को एक बार फिर मुंह की खानी पड़ी थी। ब्रेक्जिट समझौते पर पीएम टेरीजा के संशोधित मसौदे को ब्रिटेन की संसद ने वोटों के बड़े अंतर से खारिज कर दिया। इससे पहले जनवरी में भी टेरीजा मे ऐसी कोशिशें कर चुकी हैं। अब 20 मार्च को एक आखिरी प्रयास करना चाहती हैं।
गौरतलब है कि ब्रिटेन को 29 मार्च को यूरोपीय संघ से अलग होना है। मंगलवार को संशोधित मसौदे के खारिज किए जाने के बाद पीएम ने कहा कि अब सांसद बुधवार को वोट देंगे कि बिना समझौते के 29 मार्च को यूरोपीय संघ को छोड़ा जाए अथवा नहीं।
ब्रिटेन की प्रधानमंत्री टेरेसा मे ने सोमवार को कहा था कि वह संसद में महत्वपूर्ण मतदान की पूर्व संध्या पर ब्रेक्जिट सौदे पर यूरोपीय संघ के साथ 'कानूनी रूप से बाध्यकारी बदलावों' पर सहमत हो गयी हैं। मे ने स्ट्रासबर्ग में यूरोपीय संघ के नेताओं से मुलाकात के बाद देर रात यह घोषणा की थी। यूरोपीय संघ के प्रमुख जीन-क्लाउड जुंकर ने चेतावनी दी थी कि बहुत कुछ दांव पर लगा है।
समाचार एजेंसी पीटीआई-भाषा से इनपुट्स लेकर