ब्रेक्जिट मसले पर ब्रिटेन की प्रधानमंत्री टेरीजा मे को एक बार फिर मुंह की खानी पड़ी है। मंगलवार को ब्रेक्जिट समझौते पर पीएम टेरीजा के संशोधित मसौदे को ब्रिटेन की संसद ने वोटों के बड़े अंतर से खारिज कर दिया। इससे पहले जनवरी में भी टेरीजा मे ऐसी कोशिशें कर चुकी हैं। गौरतलब है कि ब्रिटेन को 29 मार्च को यूरोपीय संघ से अलग होना है। मंगलवार को संशोधित मसौदे के खारिज किए जाने के बाद पीएम ने कहा कि अब सांसद बुधवार को वोट देंगे कि बिना समझौते के 29 मार्च को यूरोपीय संघ को छोड़ा जाए अथवा नहीं।
ब्रिटेन की प्रधानमंत्री टेरेसा मे ने सोमवार को कहा था कि वह संसद में महत्वपूर्ण मतदान की पूर्व संध्या पर ब्रेक्जिट सौदे पर यूरोपीय संघ के साथ 'कानूनी रूप से बाध्यकारी बदलावों' पर सहमत हो गयी हैं। मे ने स्ट्रासबर्ग में यूरोपीय संघ के नेताओं से मुलाकात के बाद देर रात यह घोषणा की थी। यूरोपीय संघ के प्रमुख जीन-क्लाउड जुंकर ने चेतावनी दी थी कि बहुत कुछ दांव पर लगा है।
गौरतलब है कि ब्रिटेन के ‘हाउस ऑफ कॉमन्स’ ने जनवरी में भी समझौते को खारिज कर दिया था। उस समझौते में ठोस बदलाव न होने की स्थिति में इसके मंगलवार को भी खारिज होने की संभावना व्यक्त की जा रही थी। मंगलवार को होने वाले चुनाव में हार के बाद सांसद बुधवार को वोट देंगे कि बिना समझौते के 29 मार्च को ईयू को छोड़ा जाए अथवा नहीं।