नई दिल्ली: ब्राजील के राष्ट्रपति जेयर बोलसोनारो को कोविड-19 नियमों का उल्लंघन करने के लिए जुर्माना लगाया गया है। मारनहो राज्य के गवर्नर ने कहा कि 'सार्वजनिक कार्यक्रम में राज्य के सुरक्षा नियमों का पालन न करने पर राष्ट्रपति को जुर्माना देना ही होगा क्योंकि ब्राजील कोविड-19 महामारी को रोकने के लिए संघर्ष कर रहा है ।'
ब्राजील के उत्तर पूर्वी राज्य के गवर्नर और वामपंथी फ्लेवियो डिनो ने शुक्रवार को ट्वीट किया, 'मारनहो में बिना सुरक्षा उपायों के प्रचार करने के लिए स्वास्थ्य अधिकारियों ने बोलसोनारो के खिलाफ मामला दर्ज किया है। कानून सभी पर लागू होता है । डिनो ने कहा कि उनके राज्य में 100 से अधिक लोगों के इकट्ठा होने पर मनाही है। वही मास्क लगाना अनिवार्य है।'
वहीं, बोलसोनारो के कार्यालय के पास अपील करने के लिए 15 दिन का समय है, जिसके बाद जुर्माने की राशि निर्धारित की जाएगी । हालांकि कार्यालय ने इस पर कोई टिप्पणी नहीं की है। बोलसोनारो ने शुक्रवार को मारनहो राज्य की राजधानी साओ लुइस से लगभग 500 किलोमीटर की दूरी पर स्थित एकेलैंडिया (Acailandia) में एक कार्यक्रम में हिस्सा लिया था।
कोरोना महामारी पर भ्रामक बयान देते रहे हैं जेयर बोलसोनारो
बोलसोनारो ने इस आयोजन में मास्क नहीं लगाया था और गवर्नर डिनो को 'गोल मटोल तानाशाह' कहा था। साथ ही ब्रजीलियन राष्ट्रपति ने कोरोना कंटेंटमेंट नियमों और राज्य द्वारा लगाए गए स्वास्थ्य प्रतिबंधों को तानाशाही बताया। आपको बता दे संयुक्त राज्य अमेरिका के बाद दुनिया में सबसे ज्यादा मौते ब्राजील में हुई है।
ब्राजील के राष्ट्रपति बोलसोनारो पहले भी कोविड-19 टीकों और उन्हें बनाने वाली कंपनियों पर विवादित टिप्पणी कर चुके हैं। वहीं, पिछले साल भी कोरोना को लेकर उनके कई भ्रामक बयान दुनिया भर में सुर्खियों में रहे थे।
उन्होंने हाल में कोरोना टीको पर कहा था कि फाइजर-बायोएनटेक द्वारा विकसित कोविड-19 वैक्सीन लोगों को मगरमच्छ बना देगा। यह पहली बार नहीं है जब उन्होंने महामारी को लेकर विवादित बयान दिया है। पिछले साल उन्होंने कोरोना वायरस को 'मामूली फ्लू' करार दिया था । साथ ही उन्होंने कहा था कि वह कोरोना वायरस का टीका नहीं लेंगे।