ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन भले ही कंजर्वेटिव पार्टी के सलाना अधिवेशन के जरिये ब्रिटिश आम चुनाव के लिए अपने कैंपेन को शुरू करने की कोशिश में जुटे हैं लेकिन बतौर पीएम उनकी मुश्किलें अब और बढ़ सकती हैं। बोरिस जॉनसन पर एक महिला के साथ 'यौन दुर्व्यवहार' और इस मसले को दबाने की कोशिश के आरोप लग रहे हैं।
यह मामला करीब 20 साल पहले का है। ब्रिटेन के पीएम पद की जिम्मेदारी संभालने के दो महीने बाद जॉनसन ने इन आरोपों को गलत बताया है कि उन्होंने किसी पत्रकार के साथ अभद्र हरकत की थी।
साथ ही जॉनसन ने उस आरोप से भी इनकार किया है कि लंदन का मेयर रहने के दौरान उनके एक अमेरिकी महिला व्यवसायी से कथित तौर पर यौन-संबध रहे थे। यही नहीं, आरोप ये भी हैं कि जॉनसन ने मेयर रहते हुए उसकी कंपनी के स्पॉनशरशिप के लिए फंड दिया। इन आरोपों ने कंजर्वेटिव पार्टी में उनकी छवि को भी नुकसान पहुंचाया है। कजर्वेटिव पार्टी का सलाना अधिवेशन इंग्लैंड के मैन्चेस्टर में हो रहा है।
ब्रिटिश मीडिया की रिपोर्ट्स के अनुसार संडे टाइम्स में चारलोट एडवार्ड्स ने एक लेख में आरोप लगाया है कि जॉ़नसन ने एक मुलाकात के दौरान उनकी जांघे जोर से दबाई थी। आरोपों के अनुसार उन्होंने दूसरी ओर बैठी एक और महिला के साथ भी यही किया था।
इन सबके बीच लंदन में अधिकारियों ने प्रधानमंत्री बोरिस जानसन का मामला पुलिस शिकायत से जुड़े एक निकाय को संदर्भित करते हुए पूछा है कि क्या उनके खिलाफ आपराधिक जांच शुरू की जानी चाहिए। इस बीच जॉनसन के समर्थकों ने इसे खारिज करते हुए राजनीति से प्रेरित एक हमला बताया है।
बोरिस ने मांगी महारानी एलिजाबेथ से माफी
रिपोर्ट्स ये भी हैं कि बोरिस जॉनसन ने ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय से संसद को निलंबित करवाने के लिए माफी मांग ली है। संडे टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार बोरिस जॉनसन ने महारानी एलिजाबेथ को फोन करके माफी मांगी है।