जिस जॉर्ज फ्लॉयड की हत्या पर अमेरिका में बवाल मचा है, उसके बारे में डॉक्टरों ने किए कई खुलासे, जारी की 20 पन्नों की रिपोर्ट
By गुणातीत ओझा | Published: June 4, 2020 11:08 AM2020-06-04T11:08:09+5:302020-06-04T11:19:08+5:30
अमेरिका में पुलिस की दरिंदगी का शिकार होकर अपनी जान से हाथ धोने वाले अफ्रीकी मूल के अमेरीकी नागरिक जॉर्ज फ़्लॉयड के समर्थन में जन सैलाब उमड़ पड़ा है। इस हत्या के बाद से ही अमेरिका में लोग सड़कों पर आ गए। जार्ज की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट सामने आने के बाद से अमरीका में हिंसा और विरोध प्रदर्शनों में मानो भूचाल आ गया है।
मिनियापोलिस। मिनियापोलिस में पुलिस हिरासत में मरने वाले काले व्यक्ति जॉर्ज फ्लॉयड की पोस्टमार्टम रिपोर्ट बुधवार को जारी की गई और उससे यह पता चला है कि फ्लॉयड कोविड-19 से संक्रमित भी रह चुका था। हेनेपिन काउंटी के चिकित्सा परीक्षक कार्यालय ने फ्लॉयड की परिवार की अनुमति के बाद 20 पन्नों की रिपोर्ट जारी की। मौत की वजह का पता लगाने के लिए अधिकृत सरकारी अधिकारी ने सोमवार को बताया कि फ्लॉयड को दिल का दौरा पड़ा था और उन्होंने 25 मई को हुई उसकी मौत को मानव हत्या बताया था। मुख्य चिकित्सा परीक्षक एंड्रयू बेकर की रिपोर्ट में कई क्लिनिकल जानकारियों के साथ यह भी बताया गया है कि फ्लॉयड तीन अप्रैल को कोविड-19 से संक्रमित पाया गया था लेकिन उसमें बीमारी के कोई लक्षण नहीं थे। रिपोर्ट में कहा गया है कि फ्लॉयड के फेफड़े स्वस्थ दिख रहे थे लेकिन उसकी दिल की धमनियों में थोड़ा संकुचन था।
जानें इससे पहले आई रिपोर्ट में क्या था
इससे पहले रिपोर्ट की समरी में कहा गया था कि फ्लॉयड के शरीर में fentanyl था। इस रिपोर्ट में भी इस बात को अंकित किया गया है। लेकिन इसे जार्ज की मौत के कारणों में नोट नहीं किया गया है। रिपोर्ट के एक हिस्से में यह बताया गया है कि इसकी वजह से सांस लेने में तकलीफ हो सकती है।
फ्लायड की हत्या के दोषियों पर मंडराया संकट
रिपोर्ट आने के बाद मामले में नौकरी से निकाले गए सभी पुलिसकर्मियों के खिलाफ नई धाराएं लगाई गई हैं। अदालत के दस्तावेजों के मुताबिक पुलिसकर्मी डेरेक शॉविन के खिलाफ सेंकड डिग्री मर्डर का केस दर्ज किया गया है। वहीं बाकी पुलिसकर्मियों पर हत्या में मदद करने और हत्या को बढ़ावा देने के आरोप लगाए गए हैं।
मौत को डॉक्टर ने हत्या करार दिया
पोस्टमार्टम रिपोर्ट के सामने आने के बाद मिनियापोलिस के सरकारी डॉक्टर ने जॉर्ज की मौत को हत्या करार दे दिया। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में भी देखा जा सकता है कि तीन पुलिस अधिकारियों ने जार्ज को सड़क पर गिराकर कितनी बुरी तरह से उन्हें घुटने से दबाए रखा था। जिसकी वजह से जिंदगी की भीख मांगते मांगते जार्ज की जान चली गयी। जार्ज की दर्दनाक मौत के बाद पूरे अमेरीका में पिछले एक हफ़्ते से हिंसक झड़पें और विरोध प्रदर्शन जारी है।
75 शहरों में कर्फ्यू
हालात इतने बिगड़ गए कि राजधानी वाशिंगटन और न्यूयॉर्क समेत 75 शहरों में कर्फ़्यू लगा दिया गया। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रम्प अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए शांतिपूर्ण विरोध करने वालों को और भड़काने का कार्य कर रहे थे। शांतिपूर्ण विरोध करने वालों पर फ़ायरिंग करने और कुत्ते छोड़ने जैसी बेतुकी बातों से डोनाल्ड ट्रंप ने विरोध के स्वर को और बढ़ावा दे दिया।
ट्रंप ने गवर्नरों को दी धमकी
इसी क्रम में ट्रम्प ने राज्यों के गवर्नरों को धमकी देते हुए कहा है कि प्रदर्शनकारियों से सख्ती से निपटा जाए, वरना वे सेना को तैनात कर देंगे। जिसके बाद से ही विरोध और बढ़ता जा रहा है। इसी वर्ष होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के लिए डोनाल्ड ट्रंप की ये रणनीति भी मानी जा रही है।