पाकिस्तान को बड़ी राहत, एफएटीएफ की ग्रे लिस्ट से हुआ बाहर, 2018 से इस लिस्ट में था पड़ोसी मुल्क
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: October 21, 2022 10:38 PM2022-10-21T22:38:27+5:302022-10-21T22:59:10+5:30
एफएटीएफ ने एक बयान जारी कर कहा कि वह धन शोधन और आतंकवादी वित्त पोषण से निपटने के तंत्र में सुधार की दिशा में पाकिस्तान द्वारा की गई महत्वपूर्ण प्रगति का स्वागत करता है।
FATF Gray List: पाकिस्तान को वित्तीय कार्रवाई कार्यबल (एफएटीएफ) की ग्रे (संदिग्ध) सूची से बाहर कर दिया गया है। एफएटीएफ आतंकवादी वित्त पोषण और धन शोधन पर नजर रखने वाली वैश्विक संस्था है। पाकिस्तान को लगभग चार साल पहले एफएटीएफ की ग्रे सूची में डाला गया था।
एफएटीएफ की ब्लैक लिस्ट में म्यांमार को डाला गया
वहीं, एफएटीएफ ने म्यांमार को पहली बार अपनी काली सूची में शामिल किया है। काली सूची में उच्च जोखिम वाले उन क्षेत्रों को रखा जाता है, जहां कार्रवाई किए जाने की जरूरत है। एफएटीएफ ने एक बयान जारी कर कहा कि वह धन शोधन और आतंकवादी वित्त पोषण से निपटने के तंत्र में सुधार की दिशा में पाकिस्तान द्वारा की गई महत्वपूर्ण प्रगति का स्वागत करता है।
इस वजह से किया गया पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट से बाहर
एफएटीएफ ने 20-21 अक्टूबर को पेरिस में हुई अपनी पूर्ण बैठक में पाकिस्तान को ग्रे सूची से हटाने का फैसला लिया। वैश्विक कार्यबल ने कहा, “पाकिस्तान ने धन शोधन और आतंकवादी वित्त पोषण से निपटने के अपने तंत्र को अधिक प्रभावी बनाया है और रणनीतिक कमियों के संबंध में अपनी कार्य योजनाओं की प्रतिबद्धताओं को पूरा करने के लिए उन तकनीकी कमियों को दूर किया है, जिनका जिक्र एफएटीएफ ने जून 2018 और जून 2021 में किया था। उसने संबंधित प्रतिबद्धताओं को तय समयसीमा से पहले पूरा किया है, जिसमें कुल 34 कार्य बिंदु शामिल थे।”
पाकिस्तान को FATF की ग्रे लिस्ट से बाहर निकाला गया है। पाकिस्तान FATF की ग्रे लिस्ट में 2018 से है। पाकिस्तान द्वारा मनी लॉन्ड्रिंग पर एशिया पैसिफिक ग्रुप के साथ काम करने, एंटी-मनी लॉन्ड्रिंग और आतंकवाद विरोधी वित्तपोषण प्रणाली को बेहतर बनाने के चलते यह फैसला लिया गाया है: FATF pic.twitter.com/j5GuEtYFJ3
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 21, 2022
पाकिस्तान को लेकर एफएटीएफ ने क्या कहा
एफएटीएफ ने कहा, “इसलिए पाकिस्तान अब एफएटीएफ की बढ़ी हुई निगरानी प्रक्रिया के अधीन नहीं है। पाकिस्तान धन शोधन और आतंकवादी वित्त पोषण से निपटने के अपने तंत्र को और बेहतर बनाने के लिए एपीजी के साथ काम करना जारी रखेगा।”
अपनी लड़खड़ाई अर्थव्यवस्था को सुधारने की कोशिश करेगा पाकिस्तान
ग्रे सूची से बाहर होने के बाद पाकिस्तान अपनी लड़खड़ाई अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ), विश्व बैंक, एशियाई विकास बैंक (एडीबी) और यूरोपीय संघ (ईयू) से वित्ती मदद हासिल करने की कोशिश कर सकता है।
(इनपुट एजेंसी)