बांग्लादेश में दुर्गा पूजा पंडाल में कुरान किसने रखा, पुलिस ने आरोपी की पहचान का दावा किया
By विनीत कुमार | Published: October 21, 2021 07:48 AM2021-10-21T07:48:47+5:302021-10-21T07:52:22+5:30
बांग्लादेश के कमिला में एक दुर्गा पूजा पंडाल में कुरान रखने वाले शख्स की पहचान कर ली गई है। बांग्लादेश पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज की जांच के बाद आरोपी शख्स की पहचान की।
ढाका: बांग्लादेश में कई दुर्गा पूजा पंडाल पर हमले और फैली हिंसा के बीच पुलिस ने कहा है कि उसने उस शख्स की पहचान कर ली है जो हिंसा भड़काने का आरोपी है। बांग्लादेश के कमिला के पुलिस अधीक्षक फारुख अहमद ने ढाका ट्रिब्यून को बताया कि इस पूरे मामले में सवालों के घेरे में 35 साल का इकबाल हुसैन है।
पुलिस के अनुसार कमिला जिले के सुजानगर के रहने वाले हुसैन ने 13 अक्टूबर को नानुआ दिघिर पर पूजा मंडप में कुरान की एक प्रति रखी थी। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि इस संबंध में और जानकारी गुरुवार को दी जाएगी।
सीसीटीवी फुटेज की मदद से खुलासा
बांग्लादेश में पुलिस ने पूजा पंडाल में लगे सीसीटीवी कैमरों से प्राप्त फुटेज की जांच के बाद हिंसा में इकबाल हुसैन की संलिप्तता से संबंधित ये खुलासा किया है।
पुलिस को मिले सीसीटीवी फुटेज में देखा जा सकता है कि इकबाल मस्जिद से कुरान की एक कॉपी लेकर दुर्गा पूजा स्थल तक जाता है। बाद में उन्हें भगवान हनुमान की एक मूर्ति के पास एक क्लब के साथ चलते हुए देखा गया।
पुलिस ने बताया कि इकबाल हुसैन अभी उसकी गिरफ्त से बाहर है। उसकी तलाश की जा रही है। इकबाल के भाई और परिवार के दूसरे सदस्य भी उसकी तलाश में जुटे हैं। परिवार का मानना है कि किसी ने इकबाल को बहला कर ऐसा कराया होगा।
बता दें कि इस महीने शहर के एक दुर्गा पूजा पंडाल में हुई हिंसा के सिलसिले में कोमिला पुलिस ने चार मामले दर्ज किए हैं और 41 गिरफ्तारियां की हैं। गिरफ्तार किए गए लोगों में से चार कथित तौर पर इकबाल हुसैन के सहयोगी हैं।
मां ने कहा- इकबाल की मानसिक स्थिति पूरी तरह ठीक नहीं
इकबाल की मां अमीना बेगम ने ढाका ट्रिब्यून को बताया कि उनके बेटे को ड्रग्स की लत है और लगभग 10 साल पहले कुछ पड़ोसियों द्वारा उसके पेट में छुरा घोंपे जाने की घटना के बाद से मानसिक रूप से भी पूरी तरह स्वस्थ नहीं है।
पिछले हफ्ते कमिला में नानुआ दिघिर पर दुर्गा पूजा पंडाल में कुरान की एक प्रति मिलने के बाद फैली हिंसा सांप्रदायिक तनाव के कारण कम से कम तीन लोगों की मौत हो गई है।
बांग्लादेश हिंदू एकता परिषद ने एक बयान में कहा कि कमिला में पूजा मंडप पर 'कुरान के अपमान' से संबंधित अफवाह फैलने के बाद हमला किया गया था। कमिला के अलावा चांदपुर के हाजीगंज, चट्टोग्राम के बंशखली और कॉक्स बाजार के पेकुआ के मंदिरों से भी हिंसा की घटनाएं सामने आई थी।