रमजान के पवित्र महीने के बाद ईद पर तालिबान और अफगानिस्तान ने संघर्ष विराम का किया ऐलान, अशरफ गनी ने ट्वीट कर दी जानकारी
By भाषा | Published: May 24, 2020 10:05 AM2020-05-24T10:05:15+5:302020-05-24T10:05:15+5:30
अफगानिस्तान और तालिबान ने रमजान के पवित्र महीने की समाप्ति पर रविवार को शुरू हो रही ईद की छुट्टियों के मद्देनजर शनिवार देर रात को तीन दिन के संघर्ष विराम का ऐलान किया है।
काबुल: अफगानिस्तान के राष्ट्रपति और तालिबान ने रमजान के पवित्र माह की समाप्ति पर रविवार को शुरू हो रही ईद की छुट्टियों के मद्देनजर शनिवार देर रात को तीन दिन के संघर्ष विराम की घोषणा की। तालिबान के एलान के तुरंत बाद अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने टि्वटर के जरिए घोषणा की कि सरकार ‘‘शांति की पेशकश करती है।’’
यह कदम तब उठाया गया है जब कुछ दिन पहले अमेरिका के शांति दूत जलमी खलीलजाद ने काबुल और दोहा की यात्रा की थी। खलीलजाद ने अपनी यात्रा के दौरान तालिबान और अफगान सरकार दोनों से हिंसा को कम करने तथा अंतर-अफगान वार्ता की ओर बढ़ने का अनुरोध किया था जो फरवरी में तालिबान के साथ हुए अमेरिका के शांति समझौते का अहम स्तंभ है।
I welcome the ceasefire announcement by the Taliban. The Afghan government extends the offer of peace. As Commander in Chief I have instructed ANDSF to comply with the three-days truce and to defend only if attacked. Further details will be given in my speech tomorrow morning.
— Ashraf Ghani (@ashrafghani) May 23, 2020
तालिबान ने संघर्ष विराम की घोषणा करते हुए अपने नेता की ओर से ईद-उल-फितर का एक संदेश दिया जिसमें कहा गया है कि आतंकवादी समूह शांति समझौते के लिए प्रतिबद्ध है और वह इस्लामिक व्यवस्था के तहत महिलाओं और पुरुषों के अधिकारों की गारंटी का वादा करता है। तालिबान ने अपने आदेश में लड़ाकों को न केवल लड़ाई न करने बल्कि अफगान राष्ट्रीय सुरक्षा बलों के साथ मित्रतापूर्वक व्यवहार करने का भी आदेश दिया है।
शनिवार को जारी दिशा निर्देशों में तालिबान लड़ाकों को ‘‘किसी भी स्थान पर दुश्मन पर हमला न करने लेकिन अगर कहीं भी दुश्मन की ओर से हमला होता है तो मुंहतोड़ जवाब देने के लिए कहा गया है।’’ आदेश में तालिबान के लड़ाकों को ‘‘दुश्मन’’ क्षेत्र में घुसने के खिलाफ भी आगाह किया गया है।