मुहर्रम: पाकिस्तान के क्वेटा में 'आशूरा' पर 8 हजार सुरक्षाकर्मी तैनात, अफगानिस्तान में दिखा तालिबान का दमन
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: August 9, 2022 01:44 PM2022-08-09T13:44:29+5:302022-08-09T13:45:58+5:30
मुहर्रम का 10वां दिन यौम-ए-आशूरा के तौर पर मनाया जाता है। इस दिन शिया मुसलमान मातम मनाते हैं। जुलूस निकाले जाते हैं। हालांकि, अफगानिस्तान में अल्पसंख्यक शिया मुसलमानों का भी दमन तालिबान द्वारा किया जा रहा है।
क्वेटा: पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत की राजधानी क्वेटा में मुहर्रम के मौके पर होने वाले अशूरा जुलूस के लिए 8000 सुरक्षाकर्मियों को लगाया गया है। बलूचिस्तान प्रांत के अन्य शहरों और कस्बों में भी अशूरा के लिए व्यापर सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं। वहीं अफगानिस्तान में शिया मुसलमानों के इस बड़े मौके पर कई तरह के प्रतिबंध लगा दिए गए।
साथ ही इस दिन की आधिकारिक छुट्टी को भी रद्द कर दिया गया। अफगानिस्तान में मुहर्रम का यौम-ए-आशूरा 8 अगस्त को था जबकि भारत-पाकिस्तान में ये आज है। शिया समुदाय इस इस दिन को मातम मनाता है।
क्वेटा में सड़कों पर होंगे 8000 सुरक्षाकर्मी
पाकिस्तान के अखबार 'द डॉन' के अनुसार क्वेटा के डिप्टी इंस्पेक्टर जनरल सैयद फ़िदा हुसैन शाह ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस सोमवार को बताया कि 8,000 सुरक्षाकर्मियों को क्वेटा में तैनात किया गया है। साथ ही पाकिस्तानी सेना भी मंगलवार को मुहर्रम के इस जुलूस के दौरान किसी भी स्थिति से निपटने के लिए स्टैंडबाय पर रहेगी।
इसके अलावा, हेलीकॉप्टर से हवाई निगरानी भी की जाएगी और मोबाइल सेवा निलंबित रहेगी।
डीआईजी शाह ने कहा कि जुलूस के मार्गों को पूरी तरह सील कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि मुहर्रम से संबंधित कोई धमकी नहीं मिली है, इसके बावजूद सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।
अफगानिस्तान में शिया मुसलमानों पर तालिबान का दमन
अफगानिस्तान में अल्पसंख्यक शिया मुसलमानों के लिए अहम यौम-ए-आशूरा के मौके पर टार्गेट अटैक में 100 से अधिक मौतों की खबर आई है। तालिबान शासन द्वारा आशूरा के मौके पर दी जाने वाली छुट्टी को भी रदद् कर दिया गया।
इसके अलावा काबुल शहर के कुछ हिस्सों में इंटरनेट बंद कर दिया गया। झंडे, बैनर, और पारंपरिक गतिविधियों के साथ निकलने वाले जुलूस पर भी रोक लगाई गई।