चीन में कोरोना वायरस के बाद भूकंप का झटका, चार लोगों की मौत, 24 घायल
By भाषा | Published: May 19, 2020 04:41 PM2020-05-19T16:41:45+5:302020-05-19T16:41:45+5:30
चीन में कोरोना के बाद भूकंप ने झटका दिया है। इस हादसे में 4 लोगों की मौत हो गई और 24 अन्य लोग घायल हो गए हैं। बचाव और राहत कार्य जारी है। मलबे में लोग दबे हैं।
बीजिंगः चीन के दक्षिण-पश्चिमी युन्नान प्रांत में पांच की तीव्रता वाला भूकंप आया, जिससे चार लोगों की मौत हो गई और 24 लोग घायल हो गए। अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
सरकारी समाचार एजेंसी ‘शिन्हुआ’ ने अपनी खबर में बताया कि एक व्यक्ति मलबे में दबा हुआ है। उसने कहा कि बचाव और राहत दलों को भूकंप वाले स्थान पर भेजा गया है, जिनमें दमकलकर्मी और आपात प्रतिक्रिया दल शामिल हैं।
चीन भूकंप नेटवर्क केन्द्र के अनुसार क्यूआओजिआ काउंटी में भूकंप के झटके सोमवार रात नौ बज कर 47 मिनट पर महसूस किए गए, जिसकी तीव्रता रिक्टर पैमाने पर पांच मापी गई है। भूकंप के झटके क्यूजिंग शहर के हूइजे काउंटी,झाओतोंग और शुआनवेई शहरों तथा चुशियोंग यी स्वायत्त क्षेत्र में महसूस किए गए। भूकंप का केन्द्र जमीन से आठ किलोमीटर की गहराई पर था। क्यूआओजिआ काउंटी की सरकार ने राहत एवं बचाव कार्य के लिए 16 जगहों पर बचाव दलों को भेजा है।
राजस्थान के झुंझुनूं में भूकंप के झटके
राजस्थान के झुंझुनूं जिले में मंगलवार सुबह भूकंप के हल्के झटके महसूस किये गये। भूकंप से जानमाल का नुकसान नहीं हुआ है। जयपुर के मौसम केंद्र के निदेशक शिव गणेश ने बताया कि भूकंप का केंद्र जमीन में 10 किलोमीटर की गहराई पर था। उन्होंने बताया कि सुबह नौ बज कर 21मिनट पर भूकंप आया था जिसकी तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 3.2 मापी गई। जिला पुलिस नियंत्रण कक्ष के अनुसार भूकंप के कारण कहीं से जानमाल के नुकसान की सूचना नहीं है।
स्वीडन की खदान में महसूस किए गए भूकंप के झटके, कोई हताहत नहीं
उत्तर स्वीडन में स्थित एक खदान में सोमवार को भूकंप के झटके महसूस किए गए। अधिकारियों ने बताया कि यह झटका अब तक देश में महसूस किए गए भूकंप के सबसे शक्तिशाली झटकों में से एक था। भूकंप के समय खदान में 13 लोग मौजूद थे लेकिन उनमें से कोई घायल नहीं हुआ। स्वीडन के राष्ट्रीय भूकंप नेटवर्क ने कहा कि भूकंप की तीव्रता 4.1 मापी गई। किरुना शहर में तड़के तीन बजे भूकंप के झटके महसूस किए गए। यह विश्व में सबसे बड़ी एवं अत्याधुनिक लौह अयस्क की खदान मानी जाती है।