बांग्लादेश के चटगाँव में हिंसक झड़पों के बीच 3 मंदिरों पर हमला
By रुस्तम राणा | Updated: November 27, 2024 08:57 IST2024-11-27T08:53:48+5:302024-11-27T08:57:01+5:30
यह घटनाक्रम बांग्लादेश में हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों के खिलाफ़ हिंसा का हिस्सा है, जो 5 अगस्त को तत्कालीन प्रधानमंत्री शेख हसीना के तख्तापलट के बाद से ख़तरनाक स्तर तक बढ़ गई है।

बांग्लादेश के चटगाँव में हिंसक झड़पों के बीच 3 मंदिरों पर हमला
ढाका:बांग्लादेश में चल रही झड़पें मंगलवार को हिंसक हो गईं, जब चटगाँव में तीन हिंदू मंदिरों को निशाना बनाया गया। जिन मंदिरों को निशाना बनाया गया, उनमें फिरंगी बाज़ार में लोकनाथ मंदिर, मनसा माता मंदिर और हज़ारी लेन में काली माता मंदिर शामिल हैं। यह घटनाक्रम बांग्लादेश में हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों के खिलाफ़ हिंसा का हिस्सा है, जो 5 अगस्त को तत्कालीन प्रधानमंत्री शेख हसीना के तख्तापलट के बाद से ख़तरनाक स्तर तक बढ़ गई है।
हाल ही में हुए विरोध प्रदर्शन तब शुरू हुए जब हिंदुओं ने इस्लामी कट्टरपंथियों द्वारा संगठित हमलों के जवाब में बड़ी संख्या में शांतिपूर्ण तरीके से विरोध प्रदर्शन करना शुरू किया। विरोध प्रदर्शन उनके सामाजिक और धार्मिक संगठन, मुख्य रूप से इस्कॉन द्वारा आयोजित किए गए थे, जिसके अनुयायी दुनिया भर में फैले हुए हैं। विरोध प्रदर्शन के मद्देनजर, प्रमुख हिंदू नेता और इस्कॉन भिक्षु चिन्मय कृष्ण दास को सोमवार को ढाका हवाई अड्डे पर हिरासत में लिया गया।
हिंदू अल्पसंख्यकों पर हमला
बांग्लादेश की सेना ने बांग्लादेश के ठाकुरगांव में शांतिपूर्ण तरीके से विरोध प्रदर्शन कर रहे हिंदू अल्पसंख्यकों पर हमला किया। प्रदर्शनकारी चिन्मयानंद दास की रिहाई के लिए प्रदर्शन कर रहे थे। इस बीच, इस्कॉन बांग्लादेश ने अपने नेता चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी की निंदा की है और कहा है कि वे बांग्लादेश के विभिन्न क्षेत्रों में सनातनियों पर हो रहे हमलों की निंदा करते हैं।
🚨 BREAKING:
— Human Rights Congress for Bangladesh Minorities (@hrcbm) November 26, 2024
Chinmoy Krishna Brahmachari, the monk-turned-human rights activist, has been taken to the #Chittagong Sessional Judge Court under false sedition charges.
This is a clear attempt to silence his courageous voice advocating for #minority rights in #Bangladesh . The… pic.twitter.com/5U4lovAFb8
बांग्लादेशी सुरक्षा बलों और हिंदू नेता चिन्मय दास के समर्थकों के बीच हिंसक झड़प में एक सरकारी वकील की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए। चटगांव कोर्ट द्वारा उन्हें जमानत देने से इनकार कर जेल भेज दिया गया था। ढाका ट्रिब्यून अखबार की रिपोर्ट के अनुसार, पीड़ित की पहचान सैफुल इस्लाम के रूप में हुई है, जो 35 वर्षीय सहायक सरकारी वकील और चटगांव जिला बार एसोसिएशन का सदस्य था।