लाइव न्यूज़ :

मिस्र में 12 साल की बच्ची की खतने के बाद मौत

By भाषा | Updated: February 1, 2020 05:38 IST

देश में खतना अपराध होने के बावजूद बड़े पैमाने पर खतने की सदियों पुरानी परंपरा चल रही है। अभियोजन कार्यालय से बृहस्पतिवार रात एक बयान जारी करके कहा कि असिउत प्रांत में बच्ची की मौत के बाद मिस्र के सरकारी वकील ने बच्ची के माता पिता और खतना करने वाले चिकित्सक को गिरफ्तार करने के आदेश जारी किए।

Open in App
ठळक मुद्देदक्षिणी मिस्र में 12 साल की एक बच्ची की खतने (एफएमजी) के बाद इस सप्ताह मौत हो जाने का मामला सामने आया है। एक न्यायिक बयान में कहा गया कि बच्ची के माता पिता उसे उस चिकित्सक के पास ले गए थे जो एफएमजी करता था।

दक्षिणी मिस्र में 12 साल की एक बच्ची की खतने (एफएमजी) के बाद इस सप्ताह मौत हो जाने का मामला सामने आया है। एक न्यायिक बयान में कहा गया कि बच्ची के माता पिता उसे उस चिकित्सक के पास ले गए थे जो एफएमजी करता था। मिस्र में 2008 में संसद में एक कानून पारित किया गया जिसके तहत महिलाओं के खतने पर प्रतिबंध लग गया, हालांकि विपक्षी दल ने इसका पुरजोर विरोध किया था।

देश में खतना अपराध होने के बावजूद बड़े पैमाने पर खतने की सदियों पुरानी परंपरा चल रही है। अभियोजन कार्यालय से बृहस्पतिवार रात एक बयान जारी करके कहा कि असिउत प्रांत में बच्ची की मौत के बाद मिस्र के सरकारी वकील ने बच्ची के माता पिता और खतना करने वाले चिकित्सक को गिरफ्तार करने के आदेश जारी किए।

तदवेन जेंडर रिसर्च सेंटर के प्रबंध निदेशक अल्मे फहमी कहते हैं, ‘‘मिस्र में और लड़कियों को खतने के लिए बाध्य किया जाएगा और उनमें से और लड़कियों की तब तक मौतें होती रहेगीं जब तक कि देश में इसके लिए स्पष्ट रणनीति नहीं होगी और इसे सही में अपराध नहीं माना जाएगा।’’

सरकार ने 2015 में एक सर्वेक्षण कराया था जिसमें यह सामने आया कि मिस्र की 87 फीसदी महिलाओं का 15 से 49 साल की उम्र में खतना हुआ था।

2016 में मिस्र के सांसदों ने एफएमजी कानून में संशोधन किया, जिसमें इसे छोटे जुर्म की श्रेणी से हटा कर बड़े जुर्म की श्रेणी में लाया गया। पहले इसके दोषियों को दो साल तक कि जेल का प्रावधान था लेकिन बड़े जुर्म की श्रेणी में आने के बाद इसके लिए कड़े दंड के प्रावधान हैं।

हालांकि महिला अधिकारों की वकील कहती हैं कि इस कानून में अब भी कई खामियां हैं। हाल के वर्षों में बच्चियों की खतने के बाद मौत के कई मामले सामने आए हैं।

टॅग्स :इजिप्टलोकमत हिंदी समाचार
Open in App

संबंधित खबरें

विश्वशर्म अल-शेख शहरः कैसा शांति सम्मेलन जिसमें न इजराइल न हमास!

भारतसच्चा सुख परिश्रम की कोख से ही जन्मता है

भारतजीवन की लंबाई और गुणवत्ता का सवाल, सृजन की चाह न हो तो जीवन का लक्ष्य अधूरा रह जाएगा

भारतSur Jyotsna National Music Award 2025: विजय दर्डा ने संगीत को बताया पूरी तरह से विज्ञान

भारतSur Jyotsna National Music Award 2025: 'जीवन में अगर रस नहीं तो जीवन निरर्थक है...', सुर ज्योत्सना अवॉर्ड में बोलीं सोनल मानसिंह

विश्व अधिक खबरें

विश्व‘बार’ में गोलीबारी और तीन बच्चों समेत 11 की मौत, 14 घायल

विश्वड्रोन हमले में 33 बच्चों सहित 50 लोगों की मौत, आरएसएफ और सूडानी सेना के बीच जारी जंग

विश्वFrance: क्रिसमस इवेंट के दौरान ग्वाडेलोप में हादसा, भीड़ पर चढ़ी कार; 10 की मौत

विश्वपाकिस्तान: सिंध प्रांत में स्कूली छात्राओं पर धर्मांतरण का दबाव बनाने का आरोप, जांच शुरू

विश्वअड़चनों के बीच रूस के साथ संतुलन साधने की कवायद