जोमैटो ने 75 रूपए के डिस्काउंट के बाद भी वसूले 178 रूपए ज्यादा, लिंक्डइन यूजर ने शेयर की दो बिल की फोटो, जानें पूरा मामला
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: July 7, 2022 03:12 PM2022-07-07T15:12:21+5:302022-07-07T15:15:53+5:30
एक लिंक्डइन यूजर ने फूड डिलीवरी ऐप जोमैटो से आर्डर किए गए खाने का बिल शेयर किया है। यूजर ने वहीं खाना ऑफलाइन भी आर्डर किया और दोनों बिल की तस्वीरें शेयर कर बताया कि जोमैटो ने 75 रूपए की छूट के बाद भी 178 रूपए ज़्यादा वसूले हैं।
जमाना बदल रहा है और इसी के साथ तकनीक भी बदल रही है। हम हर काम डिजीटली कर पा रहे हैं। आपका मोबाइल ही आपके लिए एक क्ल्कि पर बहुत कुछ कर सकता है। घर बैठे आप हजारों पकवानों में से कोई भी डिश पंसद भी कर सकते हैं और उसे घर पर ही आर्डर भी कर सकते हैं। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि घर पर डिलीवरी करने वाली फूड डिलीवरी ऐप का बिल और ऑफलाइन बिल अलग भी हो सकता है। लिंक्डइन पर एक यूजर ने एक पोस्ट शेयर की है जिसमें ऑनलाइनऔर ऑफलाइन ऑर्डर बिल है। इसे देख कर सोशल मीडिया पर लोग चौंक गए है।
जोमैटो ने वसूले 178 रुपए ज्यादा
जोमैटो जैसे प्लेटफॉर्म ने आपके घर खाना पहुंचाने का काम बहुत ही तेजी के साथ करते हैं लेकिन इन प्लेटफॉर्म से खाना मगांने पर आपको जो बिल चुकाना पड़ता है, क्या वो वो रेस्तरां में जाकर खाने से बहुत ज्यादा होता है? इसे लेकर चर्चा शुरू हो गई है।
दरअसल, लिंक्डइन यूजर ने दो अलग अलग बिल का फोटो शेयर किया है। यूजर ने ये भी बताया है कि जोमैटो ने छूट के बाद भी 178 रुपए ज्यादा वसूले हैं। यूजर राहुल काबरा ने बताया कि उसने एक ही रेस्तरां से पहले ऑनलाइन खाना मंगवाया और फिर उन्होंने ऑफलाइन भी वही खाना ऑर्डर किया। ऑफलाइन आर्डर करने पर 512 रुपये का टोटल बिल दिया गया। जबकि उसमें सेंट्रल जीएसटी और स्टेट जीएसटी दोनों शामिल थे।
वहीं दूसरी ओर ऑनलाइन ऑर्डर के लिए उन्होंने 689 रुपये का भुगतान किया और वो भी 75 रुपये के डिस्काउंट मिलने के बाद का यह ऑर्डर था। सोशल मीडिया यूजर ये दोनों बिल देख कर चौंक गए हैं।
सोशल मीडिया पर बिल को लेकर डिबेट
राहुल काबरा की ये पोस्ट वायरल होने के बाद सोशल मीडिया पर बहस छिड़ गई। कुछ लोग कमेंट कर ऑनलाइन फूड प्लेटफॉर्म के ज़्यादा पैसे वसूलने पर गुस्सा जाहिर करने लगे तो वहीं कुछ लोगों समथर्न भी दिया। कई सोशल मीडिया यूजर ने तर्क दिया कि घर बैठे खाना मिल जाता है और वक्त बच जाता है तो ज़्यादा पैसे वसूलना जायज है।
हालांकि ज्यादातर लोगों का यही मानना था कि फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म को जो बिल रेस्तरां में दिया गया है वहीं वसूलना चाहिए उसके अलावा जो भी डिलीवरी चार्ज हो उसकी जानकारी कस्टमर को देनी चाहिए।