प्रज्ञान ओझा के रिटायरमेंट पर वीरू पाजी ने कहा, "जितना खेला, बढ़िया खेला ओझा, चैन की नींद की sojha"
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: February 22, 2020 06:26 PM2020-02-22T18:26:41+5:302020-02-22T18:26:41+5:30
Pragyan Ojha Retirement: सोशल मीडिया में वीरेंद्र सहवाग अपने सेंस ऑफ ह्मयूर के लिए चर्चा में रहते हैं.
Pragyan Ojha Retirement: भारत के बाएं हाथ के स्टार स्पिनर प्रज्ञान ओझा ने शुक्रवार (21 फरवरी) को प्रथम श्रेणी और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया। 2008 में भारतीय टीम में पर्दापण करने वाले प्रज्ञान ओझा ने सात साल पहले टीम इंडिया के लिए अंतरराष्ट्रीय मैच खेला था। ओझा ने 2013 में वेस्टइंडीज के खिलाफ मुंबई में सचिन तेंदुलकर के विदाई टेस्ट में आखिरी बार इंटरनेशनल क्रिकेट खेला था।
विस्फोटक सलामी बल्लेबाज रहे वीरेंद्र सहवाग ने अपने स्टाइल में प्रज्ञान ओझा को भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी है। सहवाग ने ट्वीट किया, जितना खेला, बढ़िया खेला ओझा, बहुत चैन की नींद सो जा. भविष्य के लिए शुभकामनाएं।
Jitna khela , badhiya khela Ojha. Bahut chain ki neend sojha . All the very best in life post retirement.
— Virender Sehwag (@virendersehwag) February 22, 2020
इसके अलावा बीसीसीआई ने भी प्रज्ञान ओझा का एक वीडियो ट्वीट किया है। नवंबर 2011 में वेस्टइंडीज टीम के खिलाफ ओझा ने शानदार गेंदबाजी करते हुए 72 रन देकर छह विकेट चटकाए थे। ओझा ने अपने टेस्ट करियर में सात बार पारी में 5 विकेट और एक बार मैच में 10 विकेट लेने का कारनामा किया है।
— Pragyan Ojha (@pragyanojha) February 22, 2020
जानें प्रज्ञान ओझा का करियर
ओझा ने 2009 से 2013 के बीच 24 टेस्ट में 113 विकेट लिए हैं। इसके अलावा 18 वनडे मैचों में 21 और छह टी-20 मैचों में 10 विकेट लिए हैं। वहीं 108 प्रथम श्रेणी मैचों में 424 विकेट चटकाए है। वेस्टइंडीज के खिलाफ 2011 की घरेलू सीरीज में 20 और न्यूजीलैंड के खिलाफ 13 विकेट लिए थे। 2010 में मोहाली में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एक विकेट से मिली जीत में उन्होंने दसवें विकेट के लिए वीवीएस लक्ष्मण के साथ महत्वपूर्ण साझेदारी निभाई थी।
7 years ago on this day,we had one of my most cherished victories in my cricketing career. Was excellent support from Ishant and Ojha :) pic.twitter.com/F2SqwXrFyt
— VVS Laxman (@VVSLaxman281) October 5, 2017
जानें संन्यास पर क्या बोले प्रज्ञान ओझा
प्रज्ञान ओझा ने कहा, ' करियर में मैंने कई उतार चढ़ाव देखे। मुझे अहसास हुआ कि एक खिलाड़ी की महानता उसके मेहनत और समर्पण का ही नहीं बल्कि टीम प्रबंधन, साथी खिलाड़ियों, कोचों, ट्रेनर और प्रशंसकों द्वारा जताए गए भरोसे और उनके मार्गदर्शन का भी फल है।’’ उन्होंने कहा , ‘मैं बीसीसीआई का ऋणी हूं जिसने मुझ पर भरोसा किया और मुझे यह असाधारण मौका दिया ।’ ओझा ने कहा, ‘इंडियन प्रीमियर लीग में मेरा सफर यादगार रहा और पर्पल कैप जीतना मेरे लिए कभी न भूलने वाली स्मृति रहेगी। डेक्कन चार्जर्स और मुंबई इंडियंस टीमों का खास तौर पर शुक्रिया।’