वीडियो: यूपी सरकार ने खुले ट्रक में शव व घायल मजदूरों को एक साथ झारखंड के लिए किया रवाना, हेमंत सोरेन के ट्वीट के बाद हरकत में आई प्रशासन
By अनुराग आनंद | Published: May 19, 2020 03:38 PM2020-05-19T15:38:19+5:302020-05-19T15:38:19+5:30
ये शव शनिवार सुबह लखनऊ से 200 किलोमीटर दूर औरैया में मारे गए प्रवासियों के थे।
लखनऊ:उत्तर प्रदेश के ओरैया में हुए सड़क दुर्घटना में जिन प्रवासी मजदूरों की मौत हुई, उनके शवों को उत्तर प्रदेश सरकार ने प्लास्टिक व तिरपाल में लपेट कर खुले ट्रक में घायल प्रवासी मजदूरों को बिठाकर रवाना कर दिया। लेकिन, जैसे ही मीडिया के माध्यम से ये मजदूरों को अमानवीय तरह से उनके घर भेजे जाने का वीडियो सामने आया, इसके बाद झारखंड के मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर नराजगी जताई।
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने वरिष्ठ पत्रकार बरखा दत्त द्वारा ट्वीट किए गए इस वीडियो रीट्वीट कर इस घटना को एक "अमानवीय" कृत्य बता दिया। इसके बाद यूपी प्रशासन एक्शन में आई और तुरंत प्रयागराज में शवों को व घायल मजदूरों को अलग-अलग एंबुलेंस के माध्यम से उनके गृह राज्य भेजा गया।
एनडीटीवी के मुताबिक, ये शव शनिवार सुबह लखनऊ से 200 किलोमीटर दूर औरैया में सड़क दुर्घटना में मारे गए प्रवासियों के थे। एक दिन बाद, खुले ट्रक में मृतकों और घायलों एक साथ रवाना किया गया तो यह वीडियो सोशल मीडिया पर व्यापक रूप से वायरल होने लगा था।
In an open truck, UP sent bodies of those workers killed in #AuraiyaAccident, in plastic bags, placed on ice slabs that melted, along with those who were injured. @HemantSorenJMM objected and an ambulance was then arranged. Look at this. It says everything about these 2 months pic.twitter.com/vOiZaQTw14
— barkha dutt (@BDUTT) May 19, 2020
इसके बाद झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन ने ट्वीट कर कहा, "हमारे प्रवासी श्रमिकों के इस अमानवीय व्यवहार से संभवतः बचाया जा सकता है। मैं झारखंड की सीमा तक प्रवासी मजदूरों के शव को शव वाहन से भेजे जाने के लिए उचित व्यवस्था करने के लिए नीतिश कुमार जी और उत्तर प्रदेश सरकार के कार्यालय से अनुरोध करता हूं। झारखंड सीमा में प्रवेश करते ही झारखंड सरकार द्वारा मदूर भाईयों के शव को बोकारो में उनके घर तक पर्याप्त गरिमापूर्ण व्यवस्था सुनिश्चित करते हुए भेजेंगे।"
The bodies of workers killed in #AuraiyaAccident were finally transferred into this ambulance after @HemantSorenJMM objected to victims bodies being bundled into plastic, thrown into the back of open truck, with those still alive and injured. No words some days. pic.twitter.com/2pBLIYcYKV
— barkha dutt (@BDUTT) May 19, 2020
बता दें कि शनिवार को सुबह करीब 3.30 बजे, औरैया में 26 प्रवासी मजदूरों की मौत हो गई और 30 से अधिक घायल हो गए, क्योंकि दो ट्रक, एक पंजाब से और दूसरा राजस्थान से आ रहा था, राजमार्ग पर टकरा गया। मृतकों में से ग्यारह झारखंड के थे, एक पलामू और बाकी बोकारो के थे। इसके अलावा, बाकी कई लोग बंगाल के भी थे।