उत्तराखंडः सड़क का बुरा हाल, हाईवे की स्थिति को लेकर धरना पर बैठे कांग्रेस नेता हरीश रावत, देखें वीडियो
By सतीश कुमार सिंह | Published: May 26, 2022 05:30 PM2022-05-26T17:30:59+5:302022-05-26T17:32:49+5:30
हरीश रावत चंपावत उपचुनाव के लिए प्रचार करते हुए कांग्रेस कार्यकर्ताओं को उत्साहित करते रहे हैं। कांग्रेस ने आगामी उपचुनाव के लिए निर्मला गहटोरी को अपना उम्मीदवार बनाया है।
देहारादूनः उत्तराखंड में हल्द्वानी हाईवे पर गड्ढे और रोड की बदहाल सूरत को लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत बीच सड़क पर बैठ गए। सोशल मीडिया पर वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। हाईवे की स्थिति को उजागर करने के लिए धरना दिया।
कार से उतर कर बीच सड़क पर बैठ गए। चिलचिलाती धूम में हरीश रावत दिन भर बैठे रहे। कहा कि लोगों को परेशानियों का सामना न करने पड़े इसलिए पहले भी धरना दे चुका हूं, आज चिलचिलाती धूप में दिनभर बैठा रहूंगा।
#WATCH | Senior Congress leader Harish Rawat stages a sit-in protest at Haldwani highway in Uttarakhand, in a bid to highlight the condition of the highway.
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) May 26, 2022
(Source: Office of Harish Rawat) pic.twitter.com/BznjUyAx1b
हरीश रावत चंपावत उपचुनाव के लिए प्रचार करते हुए कांग्रेस कार्यकर्ताओं को उत्साहित करते रहे हैं। कांग्रेस ने आगामी उपचुनाव के लिए निर्मला गहटोरी को अपना उम्मीदवार बनाया है। एक सभा को संबोधित करते हुए रावत ने गुरुवार को कहा कि कांग्रेस भाजपा को कड़ी टक्कर देगी।
उत्तराखंड राज्य के चंपावत विधानसभा क्षेत्र में 31 मई को होने वाले उपचुनाव में समाजवादी पार्टी (सपा) ने मनोज कुमार भट्ट उर्फ ललित मोहन भट्ट को पार्टी का प्रत्याशी घोषित किया है। चंपावत में भट्ट का मुकाबला उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से होगा।
उल्लेखनीय है कि इसके पहले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की केंद्रीय चुनाव समिति ने चंपावत उपचुनाव के लिए उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को प्रत्याशी घोषित कर दिया था। हाल में उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में भाजपा ने दोबारा सरकार बनाने का इतिहास रचा था, लेकिन पार्टी का नेतृत्व करने वाले धामी स्वयं खटीमा सीट से हार गए।
धामी को मुख्यमंत्री बने रहने के लिए शपथ ग्रहण करने के छह माह के भीतर उपचुनाव लड़कर विधानसभा का सदस्य बनना है। धामी ने 23 मार्च को मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी। मुख्यमंत्री के लिए उपचुनाव लड़ने का रास्ता साफ करने के लिए विधायक कैलाश गहतोडी ने 21 अप्रैल को चंपावत सीट से त्यागपत्र दे दिया था।