सहरसाः महिला सिपाही बबीता कुमारी और चौकीदार कबीर आलम ने किया नए थाना भवन का उद्घाटन, फिर चर्चा में डीआईजी शिवदीप लांडे
By एस पी सिन्हा | Published: June 13, 2022 04:18 PM2022-06-13T16:18:47+5:302022-06-13T16:19:38+5:30
सहरसा के डीआईजी शिवदीप वामनराव लांडे के इस काम के कारण लोग हैरत में पड़ गए और अपने अधिकारी की तारीफ करने लगे. सहरसा एसपी लिपि सिंह भी वहां मौजूद थीं.
पटनाः बिहार में चर्चित आईपीएस अधिकारी व सहरसा के डीआईजी शिवदीप वामनराव लांडे एक बार फिर चर्चा का विषय बन गये हैं. दरअसल, जो काम लांडे के हाथों होना था, उस काम को उन्होंने खुद न करके अपने विभाग के सबसे नीचे के पायदान पर रहे कर्मियों के हाथों करवा कर एक मिसाल कायम कर दिया.
बताया जाता है कि कोसी रेंज के डीआईजी की जिम्मेदारी संभाल रहे लांडे को सहरसा में एक थाने के नए बने भवन का उद्घाटन करना था. लेकिन, इसी दौरान उन्होंने उद्घाटन खुद न करके अपने से बहुत छोटे पद वाले महिला सिपाही और चौकीदार को आगे कर दिया. उन्होंने दोनों के हाथों से ही नए भवन का उद्घाटन करवाया.
डीआईजी लांडे के इस काम को करते ही लोग हैरत में पड़ गए और अपने अधिकारी की तारीफ करने लगे. इस दौरान सहरसा एसपी लिपि सिंह भी वहां मौजूद थीं. अपने डीआईजी के द्वारा मिले सम्मान के बाद महिला सिपाही बबीता कुमारी की आंखे नम हो गई. उसने कहा कि किसी भी पुलिस पदाधिकारियों ने ऐसी इज्जत आज तक नहीं दी.
मैं बहुत ही हैरान हूं. मैंने ये सोचा भी नहीं था कि ऐसा होगा. ये मेरे लिए किसी सपने से कम नहीं है. मेरे लिए ये हाई लेवल जैसा था. मैं शुक्रिया कहना चाहूंगी डीआईजी साहब शिवदीप लांडे का, जिन्होंने हम जैसे छोटे पद वालों को इतनी अहमियत दी. वहीं, चौकीदार मो. कबीर आलम ने बताया कि 'ये बडे भाग्य की बात थी कि डीआईजी साहब मेरा हाथ पकडकर थाने का उद्घाटन करवाए.
उस दौरान मुझे अच्छा लगा कि एसपी मैडम और डीआईजी साहब दोनों ने पकडकर इस नेक काम का उद्घाटन मेरे हाथों से करवाया. यह कहते हुए चौकीदार की आंखे नम हो गई. उल्लेखनीय है कि शिवदीप लांडे 5 साल बाद महाराष्ट्र से अपना कार्यकाल पूरा कर बिहार लौटे हैं. फिलहाल, उन्हें कोसी प्रक्षेत्र का डीआईजी बनाया गया है. लांडे इससे पहले मुंगेर, अररिया, रोहतास और पटना में बतौर एसपी काम कर चुके हैं. अपराधियों के खिलाफ कडी कार्रवाई को लेकर वे अक्सर चर्चा में बने रहते थे.