राजस्थान: भांजी की शादी में मामा ने लुटा दिए करोड़ों; 81 लाख नकद समेत 16 बीघा जमीन और 41 तोला गहने का दिया 'मायरा', जानें क्या है प्रथा?
By अंजली चौहान | Published: March 17, 2023 11:01 AM2023-03-17T11:01:26+5:302023-03-17T11:06:38+5:30
घटना नागौर के जायल क्षेत्र के झाड़ेली गांव की है। जहां रहने वाले घेवरी देवी और भंवरलाल पोटलिया की बेटी अनुष्का की शादी बीते बुधवार को हुई थी।

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नागौर: सोशल मीडिया पर इन दिनों राजस्थान की एक शादी चर्चा का विषय बनी हुई है। शादी समारोह की कई तस्वीरें सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है लेकिन सवाल अब ये उठता है कि आखिर इस शादी में ऐसा क्या है जिसने सबका ध्यान अपनी ओर खींचा है।
दरअसल, राजस्थान के नागौर जिले में शादी के दौरान 'मायरा' की परंपरा है। मायरा के दौरान बहन के मायके से भाई अपनी भांजी की शादी में अपनी तरफ से तोहफे लाते हैं। इस रस्म के तहत ही नागौर में तीन मामा अपनी भांजी के लिए करोड़ो का तोहफा लेकर आए, जिसे देख सबके होश उड़ गए।
गौरतलब है कि तीन किसान भाइयों ने अपनी इकलौती भांजी की शादी में 3 करोड़ 21 लाख रुपये खर्च कर दिए। तीनों मामा थाली में नकद लेकर पहुंचे और इसके साथ ही उन्होंने तोहफे में लाखों के गहने, कपड़े, अनाज समेत ट्रैक्टर-टॉली, स्कूटी समेत अन्य सामान भी दिए।
— अवधेश पारीक (@Zinda_Avdhesh) March 16, 2023
घटना नागौर के जायल क्षेत्र के झाड़ेली गांव की है। जहां रहने वाले घेवरी देवी और भंवरलाल पोटलिया की बेटी अनुष्का की शादी बीते बुधवार को हुई थी। इस दौरान अनुष्का के नान बुरड़ी गांव के निवासी भंवरलाल गरवा अपने तीनों बेटे हरेंद्र, राजेंद्र और रामेश्वर के साथ करोड़ो का मायरा लेकर पहुंचे।
सिर पर 81 लाख नकद से भरी थाली लेकर पहुंचे नाना
शादी में दुल्हन के नाना थाली में करीब 81 लाख रुपये लेकर पहुंचे। इस दौरान उन्होंने थाली को सिर पर उठाया हुआ था। थाली में 500 की कई गड्डियां रखी हुई थी। इसके अलावा करीब 16 बीघा खेती के लिए जमीन, नागौर रिंग रोड करीब 30 लाख रुपये का प्लॉट, 41 तोला लाख सोने और 3 किलो चांदी के गहने दिए।
मायरा यही खत्म नहीं हुआ, इसके साथ ही अनाज से भरी कई बोरियां नए ट्रैक्टर-ट्रॉली में भर कर दुल्हन के लिए लाए गए साथ ही स्कूटी भी दुल्हन को दी गई। दुल्हन के साथ-साथ भांजी के ननिहाल वाले ने उसके ससुराल वाले के लिए भी कई तोहफे दिए। वहीं, तीनों मामा ने अपनी बहन को 500-500 के नोटों वाली चुनरी भी ओढ़ाई। मायरे में इतना खर्चा और तोहफा अब पूरे इलाके में चर्चा का विषय बना हुआ है।
क्या है मायरा प्रथा?
सालों से जाट समुदाय द्वारा मायरा प्रथा को निभाया जा रहा है। इसे राजस्थान के नागौर में बड़े ही सम्मान से देखा जाता है। मायरा में बहन पक्ष की ओर से ननिहाल वाले अपनी भांजी की शादी में दिल खोलकर तोहफे और पैसे लुटाते हैं। इसे कई स्थानों पर भात भरना भी कहते हैं।
जानकारी के अनुसार, ये परंपरा मुगल काल से इलाके में चली आ रही है। इस प्रथा के दौरान ननिहाल पक्ष के लोग अपनी बहन के बच्चों के लिए कपड़े, गहने, तोहफे, रुपये और अन्य सामान उनकी शादी में लाते हैं। इसमें बहन के ससुराल पक्ष के लोगों के लिए भी तोहफे होते हैं।