पीएम नरेंद्र मोदी ने जब बेंगलुरु की सड़क पर रोका अपना काफिला और कार से निकल आए बाहर, देखें वीडियो
By विनीत कुमार | Published: June 21, 2022 12:53 PM2022-06-21T12:53:45+5:302022-06-21T13:05:34+5:30
पीएम नरेंद्र मोदी सोमवार को कर्नाटक के दो दिनों के दौरे के लिए बेंगलुरु पहुंचे थे। इसी दौरान एक मौका ऐसा भी आया जब वे भाजपा कार्यकर्ताओं और लोगों का अभिवादन करने के लिए अपनी कार से बाहर निकले।
बेंगलुरु: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस बार अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर कर्नाटक के मैसूर में आयोजित विशेष कार्यक्रम का हिस्सा बने। पीएम मोदी सोमवार को ही दो दिनों के कर्नाटक दौरे पर पहुंच गए थे। पीएम मोदी का कर्नाटक दौरे के दौरान का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इसमें पीएम मोदी बेंगलुरु की सड़कों पर अपनी कार से बाहर निकलकर भाजपा कार्यकर्ताओं और अन्य लोगों का अभिवादन करते नजर आ रहे हैं।
इस दौरान मोदी-मोदी के नारे लगते भी सुनाई देते हैं। ये वीडियो सोमवार का है जब पीएम मोदी का काफिला बेंगलुरु के एयरफोर्स स्टेशन ट्रेनिंग कमांड हेडक्वार्टर से इंडियन इंस्टट्यूट ऑफ साइंस की ओर जा रहा था। पीएम मोदी इसी दौरान कुछ मिनटों के लिए रूकते हैं और हाथ हिलाकर लोगों का अभिवादन करते हैं। साथ ही हाथ जोड़कर नमस्ते भी करते हैं।
ಹೆಮ್ಮೆಯ ಪ್ರಧಾನಿ ಶ್ರೀ ನರೇಂದ್ರ ಮೋದಿ ಅವರು ಕರುನಾಡಿಗೆ ಆಗಮಿಸಿರುವುದು ನಾಡಿನ ಜನತೆಗೆ ಹೊಸ ಉತ್ಸಾಹ ಮೂಡಿಸಿದೆ. ನಾಡಿನ ಪ್ರಗತಿಗೆ ಹೊಸ ಭಾಷ್ಯ ಬರೆಯಲಿದೆ.#KarnatakaWelcomesModiJi@BJP4Karnataka@narendramodipic.twitter.com/2WP0wUPO0v
— Basavaraj S Bommai (@BSBommai) June 20, 2022
काफिले के आईआईएससी में उनके कार्यक्रम स्थल की ओर बढ़ने के दौरान भी पीएम मोदी ने भीड़ की ओर हाथ हिलाना जारी रखा। पीएम के कर्नाटक दौरे को देखते हुए भारी व्यापक सुरक्षा इंतजाम किए गए थे। साथ ही शहर के विभिन्न हिस्सों में यातायात को डायवर्ट किया गया था।
कर्नाटक के इस दौरे के दौरान पीएम मोदी ने कई कार्यक्रमों में हिस्सा लिया। इसमें बेंगलुरु उपनगरीय रेलवे परियोजना की नींव रखने सहित अंतरराष्ट्रीय योग दिवस कार्यक्रम में भाग लेना शामिल था। वे मैसूर की देवी चामुंडेश्वरी के दर्शन के लिए चामुंडी हिल्स भी गए।
उन्होंने आईआईएससी बेंगलुरु में मस्तिष्क अनुसंधान के एक केंद्र का भी उद्घाटन किया। साथ ही उन्होंने डॉ. बी आर अंबेडकर स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स (बेस), बेंगलुरु में बेस विश्वविद्यालय के एक नए परिसर का उद्घाटन किया और डॉ. बी आर अंबेडकर की प्रतिमा का अनावरण किया।