बौरा गए तो बर्बाद कर देंगे, तेजस्वी के करीबी ने ब्राह्णणों को बताया भिखारी तो आग बबूला हुए मनोज मुंतशिर, दी धमकी
By अनिल शर्मा | Published: April 25, 2022 12:40 PM2022-04-25T12:40:15+5:302022-04-25T14:36:20+5:30
सीबीएसई ने "धर्म, सांप्रदायिकता और राजनीति-सांप्रदायिकता, धर्मनिरपेक्ष राज्य" से फैज अहमद फैज की उर्दू में लिखी दो रचनाएं हटा दीं। इसपर बॉलीवुड गीतकार मनोज मुंतशिर ने खुशी जाहिर की और लोगों को बधाई दी।
मुंबईः रविवार नामचीन शायर फैज अहमज फैज की शायरी के कुछ अंशों को एनसीईआरटी के सिलेबस से हटाए जाने के फैसले के बाद सोशल मीडिया पर बहसों का दौर चल पड़ा। सरकार के इस कदम से कुछ को हैरानी हुई तो कुछ ने इसका समर्थन किया। सीबीएसई ने "धर्म, सांप्रदायिकता और राजनीति-सांप्रदायिकता, धर्मनिरपेक्ष राज्य" से फैज अहमद फैज की उर्दू में लिखी दो रचनाएं हटा दीं। इसपर बॉलीवुड गीतकार मनोज मुंतशिर ने खुशी जाहिर की और लोगों को बधाई दी।
मनोज मुंतशिर ने अपने ट्विटर हैंडल से एक तस्वीर साझा की जिसके एक ही फ्रेम में बाएं- मुगल तो दाएं हाथ में किताब ली हुईं स्कूली छात्राओं को दर्शाया गया है। मनोज ने इसे साझा करते हुए लिखा, बाएँ हाथ वाले शौक से हम पर पत्थर फेंकते रहें, हम अपने हिस्से की लड़ाई लड़ते रहेंगे और जीतते रहेंगे। बधाई साथियों, हमारे बच्चों को मुगली घुट्टी से मुक्ति मिल रही है। ये लड़ाई दूर तक लड़नी है, साथ रहियेगा!
मनोज मुंतशिर के इस ट्वीट पर राजद के सोशल मीडिया संयोजक आकाश ने पलटवार करते हुए उन्हें शुक्ला सरनेम से संबोधित करते हुए भिखारी बोल दिया। आकाश ने मुंतशिर के ट्वीट को रीट्वीट करते हुए लिखा- फलाने का बच्चा कभी न सच्चा अगर सच्चा तो दोगले का बच्चा! वही फलाने का बच्चा हो तुम मनोज शुक्ला। एक ओर बाएँ-दाएँ हाथ का ज़हर उगलते हो और दूसरी ओर उर्दू टाइटल लगाकर साहिर लुधियानवी की परछाइयाँ गाते हुए यूट्यूब चैनल पर सब्सक्राइब बहुत कम हैं बढ़ाइए की भीख (जन्मजात पेशा) मांगते हो।
आरजेडी के सोशल मीडिया संयोजक के इस ट्वीट पर मनोज मुंतशिर काफी आहत हुए। गुस्से में उन्होंने ब्राह्मणों के नाम गिनाए जिन्होंने धर्म, देश, शास्त्र में अपने योगदान और कुर्बानियां दी। मुंतशिर ने जवाब देते हुए लिखा, ब्राह्मण को भिखारी कहने वाले दो कौड़ी के अनपढ़ मनुष्य, कुछ ब्राह्मणों के नाम गिनवा रहा हूँ, शर्म आए तो पूरी विप्र जाति से क्षमा माँग लेना. परशुराम, द्रोणाचार्य, पोरस, राजा दाहिर, चाणक्य, पेशवा बाजीराव,मंगल पाण्डे, तात्या टोपे, चंद्रशेखर तिवारी आजाद,कैप्टन मनोज पाण्डे….।
इसके बाद गीतकार ने एक और ट्वीट किया। इसमें उन्होंने आगाह किया कि उनके सोशल मीडिया पर 50 लाख फॉलोअर्स हैं अगर बौरा गए तो बर्बाद कर देंगे। मनोज मुंतशिर ने ट्वीट में लिखा- क्या इस देश में कोई क़ानून है जो सवर्णों के मान-सम्मान की भी चिंता करे? या हिंदू, सवर्ण, ब्राह्मण सिर्फ इन छुटभैये नेताओं के अपशब्द सुनने के लिए बने हैं? फालोअर्स तुम जैसों के पास होते हैं मुन्ना, हमारे पास फ़ैमिली है, सोशल मीडिया पर 50 लाख साथी हैं, बौरा गए तो बर्बाद कर देंगे।
कल फिर आपने सिद्ध कर दिया, कि हिंदू एकता सिर्फ़ भ्रम नहीं, एक अटल सत्य है. हम जाति और वर्ग से परे जाकर एक हैं, जो हमारी एकता को ललकारेगा, उसे रेलने में हमें ज़्यादा वक़्त नहीं लगेगा. इस ट्रेंड के ज़रीये आपने सेक्युलर्स को बता दिया, “बौरा गए तो बर्बाद कर देंगे”. भारत माता की जय. pic.twitter.com/lBMX2kTC69
— Manoj Muntashir (@manojmuntashir) April 25, 2022
मनोज मुंतशिर और आकाश के बीच की ये ट्विटर वॉर ने जोर पकड़ा तो ट्विटर पर #मनोज भइया रेलते रहो ट्रेंड करने लगा। गीतकार ने इस हैशटैग को ट्रेंड कराने और समर्थन देने के लिए आभार व्यक्त किया। मुंतशिर ने लिखा- कल फिर आपने सिद्ध कर दिया, कि हिंदू एकता सिर्फ भ्रम नहीं, एक अटल सत्य है. हम जाति और वर्ग से परे जाकर एक हैं, जो हमारी एकता को ललकारेगा, उसे रेलने में हमें ज़्यादा वक़्त नहीं लगेगा. इस ट्रेंड के ज़रीये आपने सेक्युलर्स को बता दिया, “बौरा गए तो बर्बाद कर देंगे”। भारत माता की जय।