ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालयः आपके बच्चे पढ़ने नहीं आते..., प्रो. प्रेम मोहन मिश्रा ने अभिभावकों को लिखा पत्र, वायरल
By एस पी सिन्हा | Published: July 27, 2022 06:06 PM2022-07-27T18:06:19+5:302022-07-27T18:07:20+5:30
अभिभावकों से कहा है किस तरह से उनके बच्चे स्नातकोत्तर रसायन विभाग में नामांकन लेने के बाद भी पढ़ने के लिए नहीं आते हैं.
पटनाः बिहार में एक के बाद एक मामले सामने आने के बाद कालेज या विश्वविद्यालयों में संचालित कक्षाओं में विद्यार्थियों की कम उपस्थिति पर चर्चा तेज हो गई है. इसी क्रम में ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय में स्नातकोत्तर रसायन विभाग के विभागध्यक्ष प्रो. प्रेम मोहन मिश्रा के पत्र की खूब चर्चा हो रही है.
उन्होंने अभिभावकों को पत्र लिखकर बच्चों के क्लास में नहीं आने की शिकायत की है. इसमें उन्होंने बच्चे की पढ़ाई में रुचि नहीं होने तथा उसका नाम काटने की बात कही है. यह पत्र तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. जिसमें उन्होंने अभिभावकों से कहा है किस तरह से उनके बच्चे स्नातकोत्तर रसायन विभाग में नामांकन लेने के बाद भी पढ़ने के लिए नहीं आते हैं.
उन्होंने कहा है कि इससे लगता है कि उसकी रुचि पढ़ने में नहीं है. इसलिए उसका नामांकन रद्द किया जा रहा है. जानकारों का कहना है कि ऐसा नहीं है कि यह केवल एक विभाग या एक विश्वविद्यालय का मामला है. बिहार के सभी विश्वविद्यालयों का यही हाल है. कुछ विभागों को छोड़ दिया जाए तो अधिकांश में छात्र क्लास नहीं आते हैं.
जिसकी वजह से शिक्षकों की रुचि भी अध्यापन में कम होती जा रही है. हालांकि इसे एक ट्रेंड के तौर पर भी देखा जा रहा है. जिसमें लोगों का कहना है कि अभिभावक भले ही अपने बच्चों का नामांकन करवा देते हैं, लेकिन वे कुछ उस तरह की पढ़ाई के लिए बच्चों को प्रेरित करते हैं, जिससे रोजगार मिल सके.
दरअसल, समाज में यह साफ अवधारणा बन गई है कि परंपरागता पढ़ाई के दम पर अब नौकरी नहीं मिलने वाली है. बताया जाता है कि प्रो. प्रेम मोहन मिश्रा की ओर से शिक्षा की धारा को बदलने की लगातार कोशिश होती रहती है. जिसकी प्रशंसा प्रधानमंत्री खुद कर चुके हैं. उनके हालिया प्रयास की भी लोग सराहना कर रहे हैं.