ऑटो ड्राइवर से 22 किमी दूर से बदला लेने वापस आया बंदर! जानें क्या है पूरा मामला
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: September 29, 2021 09:12 AM2021-09-29T09:12:51+5:302021-09-29T09:13:27+5:30
कर्नाकट के चिकमगलूर के कोट्टिघेरा का ये मामला है. सोशल मीडिया पर इसकी खूब चर्चा भी हो रही है. बंदर को पकड़कर जंगल में दोबारा छोड़ा गया है.
बेंगलुरु: बदले की भावना तो इंसानों में होना बहुत आम बात है. लेकिन क्या आपने किसी बंदर के बारे में सुना है जिसने किसी इंसान से बदला लिया हो, वो भी 22 किमी दूर से लौटकर. यह घटना कर्नाटक के एक गांव की है. सोशल मीडिया पर इस बंदर की खूब चर्चा हो रही है.
दरअसल कर्नाकट के चिकमगलूर के कोट्टिघेरा में एक बंदर ने खूब आतंक मचाया. बंदर को पकड़ने के लिए गांव में रहने वाले एक शख्स जगदीश ने वन विभाग को सूचना दी और बंदर को पकड़वाने में मदद की. पर बात यही खत्म नहीं हुई. गांव से लगभग 22 किलोमीटर दूर जंगल में छोड़े जाने के बाद वह एक हफ्ते बाद वापस आया.
जगदीश का घर से निकलना हुआ मुश्किल!
ऑटो ड्राइवर जगदीश ने बंदर को पकड़वाने में वन विभाग की मदद की थी. बंदर के जाने के बाद एक हफ्त तक गांव में शांति रही लेकिन इसके बाद बंदर गांव में फिर दिखने लगा. इस बार वह किसी और को परेशान नहीं करता था बल्कि ऐसा लग रहा था कि सिर्फ जगदीश से बदला लेने के लिए वापस आया हो.
दरअसल, जगदीश जहां जाता, बंदर वहां पहुंच जाता था और मौका मिलते ही हमला भी कर देता था. यहां तक कि बंदर ने उसकी ऑटो की सीट पूरी फाड़ दी. शख्स इसके बाद बंदर के खौफ से घर से बाहर नहीं निकल पा रहा था. दोबारा वन विभाग को सूचना दी गई और 22 सितंबर को उसे फिर से जंगल में छोड़ा गया.
बंदर से बुरी तरह परेशान थे लोग
करीब 5 साल का ये बंदर पहले गांव में हर आने-जाने वाले लोगों पर हमला कर देता था. सब्जी और फल विक्रताओं का भी जीना मुहाल हो गया था. बंदर गांव के बच्चों को परेशान कर रहा था. इसी कारण से जगदीश ने वन विभाग को पूरे मामले की सूचना दी थी.
बहरहाल बंदर के वापस लौटने और केवल जगदीश को परेशान करने की घटना से वन्यप्राणी विशेषज्ञ भी हैरान हैं. पहले ऐसा मामला कभी नहीं देखा गया था. जानकारों के अनुसार यह काफी अजीब मामला है.