'सखी जुमला तो बहुते फेंकात है, महंगाई-ड्रैगन खाय जात है', वायरल हुआ कन्हैया कुमार का ट्वीट
By पल्लवी कुमारी | Published: June 24, 2020 10:41 AM2020-06-24T10:41:21+5:302020-06-24T10:41:21+5:30
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (CPI) के नेता और जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) छात्रसंघ के अध्यक्ष रह चुके कन्हैया कुमार राजनीति में आने के बाद से ही भारतीय जनता पार्टी (BJP) के मुखर आलोचक रह रहे हैं। कन्हैया कुमार सोशल मीडिया पर एक्टिव रहते हैं और ट्विटर के जरिए देश की मौजूदा स्थिति पर हमेशा अपनी राय रखते हैं।
पटना: भारत-चीन सीमा विवाद और देश में बढ़ रही मंहगाई को लेकर बिना नाम लिए सीपीआई नेता और जेएनयू के पूर्व छात्र कन्हैया कुमार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है। कन्हैया कुमार ने ट्वीट करते हुए किया, 'सखी जुमला तो बहुते फेंकात है, महंगाई-ड्रैगन खाय जात है'। कन्हैया कुमार का ये तंज भरा ट्वीट ट्विटर पर वायरल हो गया है। कन्हैया कुमार के इस ट्वीट पर तकरीबनन 4 हजार रि-ट्वीट है और और 28 हजार से ज्यादा लाइक्स हैं। हालांकि लोगों ने ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए कन्हैया कुमार को लेकर तंज भी किया है।
सखी जुमला तो बहुते फेंकात है
— Kanhaiya Kumar (@kanhaiyakumar) June 23, 2020
महंगाई-ड्रैगन खाय जात है
भारत-चीन सीमा विवाद को लेकर पिछले कई दिनों से केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर कन्हैया कुमार ट्वीट के जरिए तंज कर रहे हैं। 22 जून को किए अपने ट्वीट में कन्हैया कुमार ने लिखा है, ''आत्मनिर्भरता का राग अलाप रहे थे और आत्म-समर्पण कर दिया। जिस जमीन को वीरों ने अपने खून पसीने से सींच कर सुरक्षित रखा था,उस पर हुक्मरान का रवैया कितना दर्दनाक और शर्मनाक है। अब फिर से ये लोग शहीदों के बलिदान में चुनावी स्टंट खोज रहे हैं। इनका डिप्लोमा भी फर्जी है और डिप्लोमेसी भी।''
आत्मनिर्भरता का राग अलाप रहे थे और आत्म-समर्पण कर दिया। जिस जमीन को वीरों ने अपने खून पसीने से सींच कर सुरक्षित रखा था,उस पर हुक्मरान का रवैया कितना दर्दनाक और शर्मनाक है। अब फिर से ये लोग शहीदों के बलिदान में चुनावी स्टंट खोज रहे हैं।
— Kanhaiya Kumar (@kanhaiyakumar) June 22, 2020
इनका डिप्लोमा भी फ़र्जी है और डिप्लोमेसी भी
एक अन्य ट्वीट में कन्हैया कुमार ने लिखा है, ''क्या नोटबंदी से कालाधन आया?, क्या जीएसटी से कर की चोरी रुक गई?, क्या पुलवामा हमले के दोषी पकड़े गए? क्या गलवान घाटी में सब ठीक है? सावधान! ये सवाल पूछते ही आप देशद्रोही, गद्दार, चीनी एजेंट, हिन्दू और सेना विरोधी घोषित किए जा सकते हैं।''
क्या नोटबन्दी से कालाधन आया?
— Kanhaiya Kumar (@kanhaiyakumar) June 21, 2020
क्या जीएसटी से कर की चोरी रुक गई?
क्या पुलवामा हमले के दोषी पकड़े गए?
क्या गलवान घाटी में सब ठीक है?
सावधान! ये सवाल पूछते ही आप देशद्रोही, गद्दार, चीनी एजेंट, हिन्दू और सेना विरोधी घोषित किए जा सकते हैं।
अपने एक अन्य ट्वीट में भारत-चीन सीमा विवाद को लेकर कन्हैया कुमार ने लिखा, "घर में घुसकर मारूंगा" कहकर सत्ता में आने वाला हमारे 20 जवानों की शहादत के बाद कह रहा है कि "घर में कोई घुसा ही नहीं" ये फेंकू ही नहीं, फट्टू भी है।''
"घर में घुसकर मारूंगा" कहकर सत्ता में आने वाला हमारे 20 जवानों की शहादत के बाद कह रहा है कि "घर में कोई घुसा ही नहीं"
— Kanhaiya Kumar (@kanhaiyakumar) June 20, 2020
ये फेंकू ही नहीं, फट्टू भी है।
गौरतलब है कि पूर्वी लद्दाख में गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ हिंसक झड़प में 15 जून की रात भारतीय सेना के एक कर्नल सहित 20 सैन्यकर्मी शहीद हो गए थे। जिसके बाद से दोनों देशों के बीच तनाव और भी बढ़ गया है। गलवान में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर भारत की तरफ चीन द्वारा निगरानी चौकी बनाए जाने का विरोध करने पर चीनी सैनिकों ने पत्थरों, कील लगे डंडों, लोहे की छड़ों आदि से भारतीय सैनिकों पर हमला किया था। जिसमें भारत के 20 जवान शहीद हुए, जिसमें एक कर्नल भी शामिल थे। हालांकि चीन ने एक हफ्ते बाद माना है कि उनके भी एक कमांडिंग अफसर झड़प में मारे गए थे। लेकिन अभीतक चीन ने अपने यहां हताहत हुए सैनिकों की संख्या नहीं बताई है। जबकि भारतीय सेना का दावा है कि चीन के कम से कम 45 सैनिक मारे गए हैं या हताहत हुए हैं।