राहुल गांधी-कमलनाथ के साथ ज्योतिरादित्य सिंधिया की तस्वीर वायरल, दो महीने से पहले से दे रहे थे कांग्रेस छोड़ने का संकेत!
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: March 10, 2020 04:42 PM2020-03-10T16:42:17+5:302020-03-11T10:26:52+5:30
मध्य प्रदेश में कांग्रेस द्वारा सबसे बड़ी पार्टी बनने के बाद मुख्यमंत्री पद का फैसला दिल्ली में हुआ है. दिल्ली में तत्कालीन कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ एक तस्वीर शेयर कर लिखा था, "सब्र और समय सबसे ताकतवर योद्धा हैं.
क्या कांग्रेस के दिग्गज नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया पिछले दो महीने कांग्रेस पार्टी छोड़ने का संदेश सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर के जरिए दे रहे थे? ज्योतिरादित्य सिंधिया के पिछले दो महीने का ट्विटर अकाउंट खंगालने के बाद ऐसा ही प्रतीत हो रहा है। दिसंबर 2018 में मध्य प्रदेश में कांग्रेस पार्टी की जीत के बाद तत्कालीन कांग्रेस अध्यक्ष ने कमलनाथ और उनका फोटो एक साथ शेयर किया था। इसके बाद कमलनाथ को मुख्यमंत्री बनाने की घोषणा की गई थी। हालांकि ये बात ज्योतिरादित्य सिंधिया के गले कभी नहीं उतरी।
The two most powerful warriors are patience and time.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) December 13, 2018
- Leo Tolstoy pic.twitter.com/MiRq2IlrIg
1 जनवरी को ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपने जन्मदिन पर मुख्यमंत्री ऑफिस द्वारा शुभकामना संदेश को रि-ट्वीट करते हुए धन्यवाद ज्ञापन दिया था। इसके बाद पिछले 70 दिनों में देखा जाए तो उन्होंने एक भी तस्वीर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी, दिग्विजय सिंह और कमलनाथ के साथ शेयर नहीं की है।
इस दौरान पिछले दो महीने ज्योतिरादित्य सिंधिया ने दो बार कांग्रेस कार्यसमिति (CWC) की मीटिंग में शामिल होने के बाद उसकी तस्वीरें ट्विटर पर शेयर की। इसमें 11 जनवरी को CWC मीटिंग की एक फोटो उन्होंने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के साथ शेयर की।
कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी जी की अध्यक्षता में दिल्ली में आयोजित कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में भाग लिया| pic.twitter.com/NINbiuQ1kh
— Jyotiraditya M. Scindia (@JM_Scindia) January 11, 2020
पिछले दो महीनों में ज्योतिरादित्य सिंधिया कांग्रेस के अन्य बड़े नेताओं की तरह केंद्र सरकार या भारतीय जनता पार्टी की आलोचना नहीं दिखे। सिर्फ 17 जनवरी को अमेजन-केंद्र सरकार विवाद के समय सिंधिया ने पीयूष गोयल को टैग करते हुए एक ट्वीट किया था।
27 जनवरी को उनके समर्थकों "शुद्ध के लिए युद्ध" महाअभियान की शुरुआत की जो ग्वालियर क्षेत्र से शुरू हुई। इस दौरान ज्योतिरादित्य सिंधिया ग्वालियर संभाग के क्षेत्रों में घूमे। इसके अलावा मध्य प्रदेश के कई जिलों में अपने समर्थकों द्वारा बुलाए जाने पर पहुंचे जिसकी तस्वीरें वो लगातार सोशल मीडिया पर पोस्ट कर रहे थे।
#ShudhkeLiyeYuddh महाअभियान के अंतर्गत 31 जनवरी को ग्वालियर में जन जागरूकता रैली का आयोजन किया जा रहा है।
— Pradhuman Singh Tomar (@PradhumanINC) January 29, 2020
जिसमें विशेष रूप से कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव @JM_Scindia जी सम्मिलित होगे।
आमजन के बेहतर व स्वस्थ्य जीवन के लिए के इस अभियान में आप भी सम्मिलित होकर अपना योगदान दे| pic.twitter.com/VgUUcJK0ZF
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020 में ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस का प्रचार किया। उन्होंने नांगलोई, दिल्ली केंट और मुंडका में कांग्रेस प्रत्याशियों के पक्ष में जनसभा की। इसके बाद अधिकतर समय उनका मध्य प्रदेश में ही बीता।
दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए कल नांगलोई विधानसभा से कांग्रेस प्रत्याशी मनदीप सिंह जी के पक्ष में आयोजित जनसभा को संबोधित किया। pic.twitter.com/zijvIt3nA2
— Jyotiraditya M. Scindia (@JM_Scindia) February 5, 2020
दिल्ली हिंसा के बीच कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में सिंधिया 26 फरवरी को शामिल हुए। इसकी तस्वीर भी उन्होंने शेयर की। वो प्रियंका गांधी के बगल में खड़े दिखे। दिल्ली हिंसा के लिए उन्होंने केंद्र सरकार के साथ ही दिल्ली सरकार पर भी निशाना साधा, हालांकि वह पार्टी अन्य नेताओं की तरह नहीं बोले।
The situation in Delhi today is the result of a huge failure of duty on the part of the state and central governments. What took them so long to respond to the situation?
— Jyotiraditya M. Scindia (@JM_Scindia) February 26, 2020