जब इस तस्वीर को लेकर विवादों में घिर गये थे बिहार के पूर्व सीएम जगन्नाथ मिश्रा, मंच पर देख तेजस्वी यादव ने कही थी ये विवादित बात
By पल्लवी कुमारी | Published: August 19, 2019 01:50 PM2019-08-19T13:50:54+5:302019-08-19T13:50:54+5:30
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जगन्नाथ मिश्रा का निधन: जगन्नाथ मिश्रा को 30 सितंबर 2013 को रांची में एक विशेष सीबीआई अदालत ने चारा घोटाला मामले में 44 अन्य लोगों के साथ उन्हें भी दोषी ठहराया था।
बिहार के तीन बार मुख्यमंत्री रह चुके जगन्नाथ मिश्रा का निधन हो गया है। 82 वर्षीय मिश्रा ने अंतिम सांसें दिल्ली में ली। डॉ. मिश्रा कैंसर और अन्य बीमारियों से ग्रस्त थे। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जगन्नाथ मिश्रा के निधन पर शोक व्यक्त किया है। मिश्रा का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा और राज्य में तीन दिनों का राजकीय शोक घोषित किया गया है। जगन्नाथ मिश्रा बिहार की राजनीति का जाना-माना नाम थे। राजनीति में आने से पहले जगन्नाथ मिश्रा अकादमिक क्षेत्र में थे। वह तीन बार बिहार के मुख्यमंत्री बने- (1975 से 1977), (1980 से 1983), (1989 से 1990)। 1990 के दशक के मध्य में केंद्रीय कैबिनेट मंत्री भी रहे।
जगन्नाथ मिश्रा अपने इतने लंबे राजीनित करियर में कई बार विवादों में रहे। सबसे आखिरी बार वो जून 2019 में विवादों में आये थे। जब राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष और लालू प्रसाद यादव के बेटे तेजस्वी यादव ने उनकी तीखी आलोचना करते हुये ट्वीट किया था। तेजस्वी यादव ने बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जगन्नाथ मिश्रा पुस्तक 'बिहार बढ़कर रहेगा' के विमोचन में जाने को लेकर ट्वीट किया था।
तेजस्वी ने लिखा था-'' पूर्व CM पंडित जगन्नाथ मिश्रा जी, कथित चारा घोटाले में कथित सजायाफ्ता है। मेदांता में ईलाज के लिए जमानत पर हैं। घोटाले के याचिकाकर्ता सुशील मोदी सजायाफ्ता मिश्रा जी की पुस्तक “बिहार बढ़कर रहेगा” का विमोचन कर रहे हैं। बेटा बीजेपी का उपाध्यक्ष है। बाकी सब दलित-पिछड़े चोर है। है ना?''
पूर्व CM पंडित जगन्नाथ मिश्रा जी, कथित चारा घोटाले में कथित सज़ायाफ्ता है। मेदांता में ईलाज के लिए ज़मानत पर है।घोटाले के याचिकाकर्ता सुशील मोदी सज़ायाफ्ता मिश्रा जी की पुस्तक “बिहार बढ़कर रहेगा” का विमोचन कर रहे है। बेटा बीजेपी का उपाध्यक्ष है।बाक़ी सब दलित-पिछड़े चोर है। है ना? pic.twitter.com/xyQw2onFFs
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) January 22, 2019
तेजस्वी यादव के इस ट्वीट की सोशल मीडिया पर काफी चर्चा हुई थी। इस ट्वीट के कई राजनीतिक मायने भी निकाले गये थे। ट्वीट को लेकर जगन्नाथ मिश्रा और नीतीश कुमार के सरकार की आलोचना की गई थी।
तेजस्वी ये यह ट्वीट इसलिए किया था क्योंकि पिछले ही साल जनवरी 2018 में चारा घोटाले से जुड़े चाईबासा कोषागार (आरसी 68 ए/96) से अवैध निकासी के मामले जगन्नाथ मिश्रा को अदालत ने दोषी करार देते हुए पांच साल की सजा सुनाई थी। हालांकि, दुमका कोषागार से अवैध निकासी से जुड़े मामले में उन्हें बरी कर दिया गया था
बिहार के सुपौल के बलुआ में 1937 में जन्में जगन्नाथ मिश्रा अपने समय में कांग्रेस के कद्दावर नेताओं में शुमार रहे। बिहार में कांग्रेस को ऊंचाइयों तक ले जाने में उनका योगदान अहम रहा। हालांकि बाद में जेडीयू से जुड़ गये। उनके जीवन के सबसे संघर्षपूर्ण 1995 के बाद के रहे जब 950 करोड़ रुपये के चारा घोटाले में उनका नाम आया।