चांद पर लैंडिंग से 2.1 किलोमीटर पहले लैंडर विक्रम से इसरो का संपर्क टूट गया है। जिसकी वजह से इसरो किसी नतीजे तक नहीं पहुंचा है। इसरो अध्यक्ष के. सिवन ने कहा है कि लैंडर ‘विक्रम’ को चंद्रमा की सतह पर लाने की प्रक्रिया सामान्य देखी गई, लेकिन बाद में लैंडर का संपर्क जमीनी स्टेशन से टूट गया, डेटा का विश्लेषण किया जा रहा है। इसरो अध्यक्ष के. सिवन जब इस बात की अधिकारिक घोषणा कर रहे थे तो उनका चेहरा उदास था और आवाज में भारीपन था। के. सिवन का ये उदास चेहरा सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। ट्विटर पर सिवन द्वारा किया गया ऐलान ट्विटर मूवमेंट ऑफ इंडिया बन गया है।
इसरो अध्यक्ष के. सिवन की तस्वीर शेयर कर लोग दुख जता रहे हैं। कुछ लोगों का कहना है कि इतना दुख तो भारत के वर्ल्ड कप-2019 में हार जाने पर भी नहीं हुआ। तो वहीं कुछ लोग कह रहे हैं कि ये पल देश के वैज्ञानिकों का हौसला बढ़ाने का है।
पीएम मोदी ने वैज्ञानिकों को सांत्वना देते हुए उनका हौसला बढ़ाया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसरो के वैज्ञानिकों से कहा, उतार-चढ़ाव आते रहते हैं, लेकिन यह कोई छोटी उपलब्धि नहीं है, देश आप पर गर्व करता है, सर्वश्रेष्ठ की उम्मीद करें, हौसला रखें। पीएम मोदी ने कहा, यह आपकी कोई छोटी उपलब्धि नहीं है, आपने बहुत उत्तम सेवा की है, मैं पूरी तरह आपके साथ हूं।