भारत के रेयांश सुरानी का नाम गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज, बने दुनिया के सबसे कम उम्र के योग प्रशिक्षक
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: February 20, 2022 04:07 PM2022-02-20T16:07:23+5:302022-02-20T16:15:20+5:30
गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में नाम दर्ज कराने के बाद रेयांश ने कहा कि उन्होंने महज 4 साल की उम्र में अपने माता-पिता के साथ योग प्रशिक्षण की शुरूआत की।
दिल्ली: भारत के रेयांश सुरानी ने दुनिया का सबसे कम उम्र के योग शिक्षक बनने का रिकॉर्ड बनाया है। 9 साल की नन्ही सी उम्र में यह कारनामा करने वाले रेयांश सुरानी दुबई में अपने परिवार के साथ रहते हैं।
गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में नाम दर्ज कराने के बाद रेयांश ने कहा कि उन्होंने महज 4 साल की उम्र में अपने माता-पिता के साथ योग प्रशिक्षण की शुरूआत की।
रेयांश ने 27 जुलाई 2021 को आनंद शेखर योग स्कूल से 200 घंटे का योग शिक्षक प्रशिक्षण पाठ्यक्रम पूरा करने का सर्टिफिकेट हासिल किया है।
गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स की वेबसाइट में बताया गया है कि जब रेयांश को पता चला कि उनके माता-पिता ऋषिकेश में एक योग शिक्षक के प्रशिक्षण पाठ्यक्रम में भाग ले रहे हैं, तो उन्होंने उसी समय यह तय किया कि वो एक योग टीचर बनेंगे।
योग प्रशिक्षण के दौरान रेयांश ने योग की कई विधाओं में खुद को पारंगत किया। रेयांश ने संरेखण, शारीरिक दर्शन और आयुर्वेद के पोषण संबंधी पाठ्यक्रमों में अपनी मजबूत पकड़ बनाई और योग में महारथ हासिल की।
रेयांश ने कहा, "प्रशिक्षण से पहले मैं सोचता था कि योग केवल शारीरिक मुद्रा और आसनों के बारे में जानकारी हासिल करने जैसा है, लेकिन यह उससे कहीं अधिक विस्तार लिये हुए है।"
लगभग 10 साल के होने वाले रेयांश के पास भविष्य के लिए कोई ठोस योजना नहीं है, हालांकि वो भविष्य में योग की वर्चुअल क्लासेस में योग का प्रशिक्षण देना चाहते हैं। कोविड प्रतिबंधों के कारण रेयांश अभी प्राइवेट क्लासेस लेते हैं और वो हर क्लास में 10 से 15 बच्चों के ग्रुप को योग का प्रशिक्षण देते हैं।
रेयांश ने योग प्रशिक्षण देने के बारे में कहा, "मुझे खुशी है कि मैं अपने अनुभव और ज्ञान को दुनिया भर के लोगों से साझा कर रहा हूं, जिससे मैं उनकी भलाई में अपना योगदान दे रहा हूं।"
गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स से सर्टिफिकेट पाने के बाद रेयांश "एक स्टार की तरह" महसूस कर रहे हैं। अपनी खुशी को साझा करते हुए उन्होंने कहा कि यह रिकॉर्ड बनाने वाले वो अपने स्कूल के पहले स्टूडेंट हैं।