#balakotairstrike: पुलवामा हमले के बाद हुआ था बालाकोट एयरस्ट्राइक, ऑपरेशन का कोड नेम था बंदर
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: February 26, 2020 11:11 AM2020-02-26T11:11:19+5:302020-02-26T11:12:33+5:30
बालाकोट एयरस्ट्राइक के समय इंडियन एयरफोर्स के चीफ रहे बीएस धनोआ ने कहा है कि पिछले एक साल में कोई बड़ा आतंकी हमला नहीं हुआ है.
भारतीय सेना के इतिहास में उरी सर्जिकल स्ट्राइक (18 सितंबर 2016) और 26 फरवरी 2019 (बालाकोट एयरस्ट्राइक) अलग महत्व है। पिछले तीन सालों में दो बार सीमा पार जाकर भारतीय सेना ने दुश्मनों को नेस्तनाबूद कर दिया है। आज बालाकोट एयरस्ट्राइक के एक साल पूरे हुए हैं। जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में 14 फरवरी को सीआरपीएफ के एक काफिले पर हुए आतंकी हमले के जवाब में भारतीय वायुसेना ने यह एयर स्ट्राइक किया था। पुलवामा आतंकी हमले में सीआरपीएफ (CRPF) के 40 जवान शहीद हो गए थे। पिछले साल बालाकोट एयरस्ट्राइक की चर्चा पूरी दुनिया में हुई है।
पुलवामा हमले का बदला था बालाकोट एयरस्ट्राइक
पुलवामा हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने ली थी। जैश के आतंकी अदील अहमद डार ने विस्फोटकों से भरी कार को जम्मू-कश्मीर राष्ट्रीय राजमार्ग पर सीआरपीएफ के काफिले से ठकरा दी थी। इस आतंकवादी हमले में CRPF के 40 जवान शहीद हो गए। सीमा पार आतंकवाद भारत के लिए हमेशा समस्या रहा है। 1971 के बाद पहली बार भारतीय वायुसेना सीमा पार घुसी थी। भारत ने पाकिस्तान के बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के ठिकानों पर बमबारी की थी। इस ऑपरेशन का कोड नेम बंदर रखा गया था। इस हमले में मीडिया ने सूत्रों के हवाले चलाया था कि सैकड़ों आतंकी मारे गए थे। हालांकि आतंकियों के मौत का आंकड़ा कभी साफ नहीं हो पाया।
बालाकोट हमले के समय भारतीय वायु सेना की कमान बीएस धनोआ के हाथों थी। हमले के बाद बीएस धनोआ ने कहा था कि बालाकोट हवाई हमला पाकिस्तानी प्रतिष्ठानों एवं आतंकवादी संगठनों को यह बताने के लिए था कि भारत में किसी भी आतंकवादी हमले की ‘कीमत चुकानी पड़ेगी’। धनोआ ने कहा, ‘उरी में 2016 में हुए आतंकवादी हमले के बाद सेना पहली बार जवाब दिया और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकवादियों के लांच पैड को ध्वस्त किया।’ बालाकोट एयरस्ट्राइक के बाद पाकिस्तानी वायु सेना ने अगले दिन जम्मू-कश्मीर में भारतीय सैन्य प्रतिष्ठानों को निशाना बनाने का असफल प्रयास किया था। हालांकि पाक वायुसेना को मुंह की खानी पड़ी। पाकिस्तानी विमान को खदेड़ते हुए विंग कमांडर अभिनंदन घायल हो गए थे। अभिनंदन मिग 21 में सवार थे। उन्होंने पाकिस्तान के एफ-16 विमान को मार गिराया था।
पुलवामा हमले का मुख्य साजिशकर्ता मारा गया
इस हमले के सभी साजिशकर्ताओं को भारतीय सेना मार गिराया है। मुख्य षड्यंत्रकारी जैश-ए-मोहम्मद का आतंकवादी मुदस्सिर अहमद खान को 11 मार्च 2019 को दक्षिणी कश्मीर के त्राल क्षेत्र में हुई मुठभेड़ में मारा गया। जैश-ए-मोहम्मद का स्वयंभू प्रमुख कारी यासिर भी मारा चुका है।