बिना हाथ वालों को अब नहीं होगी परेशानी, सिर्फ आवाज देने पर प्लेट से खाना खिलाएगा 'फूड बडी'

By भाषा | Published: July 18, 2019 07:54 PM2019-07-18T19:54:30+5:302019-07-18T19:57:10+5:30

आईआईटी गांधीनगर के दो छात्रों-क्रिस फ्रांसिस और प्रवीण वेंकटेश ने इस उपकरण को विकसित किया है और पेटेंट के लिए भी भेज दिया है, जिसमें उन्हें 2,000 से 3,000 रुपये का खर्चा आया।

iit students 'food buddy' made for feeding food know benifits | बिना हाथ वालों को अब नहीं होगी परेशानी, सिर्फ आवाज देने पर प्लेट से खाना खिलाएगा 'फूड बडी'

बिना हाथ वालों को अब नहीं होगी परेशानी, सिर्फ आवाज देने पर प्लेट से खाना खिलाएगा 'फूड बडी'

हाथ नहीं होने या उनमें किसी भी तरह की दिक्कत की वजह से जिन लोगों को खाना खाने में समस्याओं का सामना करना पड़ता है, वह अब अपने ‘फूड बडी’ नाम के सहयोगी को सिर्फ आवाज देंगे और वह उन्हें खाना खिलाने में मदद करेगा। यह ‘फूड बडी’ प्लेट से खाना उठाने से लेकर मुंह तक पहुंचाने का काम करेगा। यह ‘फूड बडी’ एक उपकरण का नाम है।

इस उपकरण को गूगल असिस्टेंट या अमेजॉन एलेक्सा के जरिए वॉइस कमांड (बोलकर निर्देश) दिया जा सकता है। आईआईटी गांधीनगर के दो छात्रों-क्रिस फ्रांसिस और प्रवीण वेंकटेश ने इस उपकरण को विकसित किया है और पेटेंट के लिए भी भेज दिया है, जिसमें उन्हें 2,000 से 3,000 रुपये का खर्चा आया।

फ्रांसिस ने पीटीआई-भाषा को बताया, ‘‘ वैसे लोग जिनके हाथ काम नहीं करते, उन्हें खाना खाने के लिए सहायता की जरूरत पड़ती है। सामान्य तौर पर परिवार का कोई सदस्य, दोस्त या सेवा देने वाल कोई कर्मी ऐसे व्यक्ति को खिलाता है लेकिन कभी-कभी देखरेख करने वालों के दूर रहने से समस्या पैदा हो जाती है।’’ फ्रांसिस आईआईटी से कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहे हैं। वहीं वेंकटेश इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग के छात्र हैं। 

Web Title: iit students 'food buddy' made for feeding food know benifits

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