ब्रेस्ट बैलून को बिल्डिंग्स पर लगाने के पीछे क्या है कहानी?
By रजनीश | Published: April 4, 2019 06:08 PM2019-04-04T18:08:30+5:302019-04-04T18:08:30+5:30
एक सर्वे से यह सामने आया कि महिलाओं द्वारा सार्वजनिक जगहों पर स्तनपान को दुनियाभर की अधिकांश आबादी गलत समझती है।
सोशल मीडिया पर एक खास तरह की कई तस्वीरें वायरल हो रही हैं। ये तस्वीरें स्तन के आकार के एक बलून की हैं। आपमें कुछ लोगों को इस तस्वीर के पीछे की कहानी पता होगी, जिनको नहीं पता हम बता रहे हैं..
ब्रिटेन में 31 मार्च को मदर्स डे मनाया जाता है। इसी दिन लंदन की कुछ इमारतों पर स्तन के आकार वाले बड़े बलून(गुब्बारे) लगाए गए। यह सब उस कैंपेन का हिस्सा है जिसके जरिए महिलाओं में ब्रेस्टफीडिंग अवेयरनेस का प्रयास किया जा रहा है।
एक सर्वे से यह सामने आया कि महिलाओं द्वारा सार्वजनिक जगहों पर स्तनपान को दुनियाभर की अधिकांश आबादी गलत समझती है। लोगों की इसी मानसिकता को तोड़ने के लिए ये कैंपेन शुरू किया गया है।
एक फर्म के सीईओ Tania Boler ने #FreetheFeed नाम से एक हैशटैग चलाया। इस पर उन्हें लोगों का सपोर्ट मिला।
इस कैंपेन का मकसद पब्लिक को ये समझाना है कि महिलाएं ब्रेस्टफीडिंग के समय कई तरह की परेशानी का सामना करती हैं। उसमें सबसे बड़ी समस्या जगह की है जहां पब्लिक न हो। इसके लिए उन्हें कभी स्टाफ रूम, तो कभी कार, कभी शॉपिंग मॉल के चेंजरूम का सहारा लेना पड़ता है।
इस कैंपेन का यही मकसद है कि ब्रेस्टफीडिंग को अलग तरह से न देखा जाए। महिलाएं कभी भी कहीं भी बच्चों को दूध पिला सकें।