पीएम मोदी की फोटो पर दिव्या स्पंदना ने लिखी विवादित टिप्पण्ाी, BJP ने जताई कड़ी आपत्ति
By भाषा | Published: November 1, 2018 07:57 PM2018-11-01T19:57:41+5:302018-11-01T19:57:41+5:30
स्पंदना ने सरदार वल्लभ भाई पटेल की 182 मीटर ऊंची प्रतिमा ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’’ के पैरों के पास खड़े प्रधानमंत्री मोदी की एक तस्वीर के साथ एक विवादित टिप्पणी पोस्ट की कि ‘‘ क्या यह किसी पक्षी की बीट है?’’
कांग्रेस की सोशल मीडिया प्रमुख दिव्या स्पंदना ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की तस्वीर के साथ एक विवादित टिप्पणी ट्वीट की है। भाजपा ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया जताते हुए इसकी निंदा की और इसे ‘‘अहंकार की भाषा’’ बताया।
स्पंदना ने सरदार वल्लभ भाई पटेल की 182 मीटर ऊंची प्रतिमा ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’’ के पैरों के पास खड़े प्रधानमंत्री मोदी की एक तस्वीर के साथ एक विवादित टिप्पणी पोस्ट की कि ‘‘ क्या यह किसी पक्षी की बीट है?’’
मोदी ने बुधवार को पटेल की प्रतिमा का अनावरण किया था। प्रतिमा में चप्पल में दो सफेद निशान दिखाई दे रहे है।
इस ट्वीट के बारे में पूछे जाने पर भाजपा के प्रवक्ता संबित पात्रा ने विपक्षी पार्टी पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि कांग्रेस पार्टी की ‘‘यह वास्तविक संस्कृति है।’’ देश के प्रधानमंत्री को गाली देने का वे कोई मौका नहीं छोड़ते।
पात्रा ने कहा,‘‘यह वही पार्टी है जिसने प्रधानमंत्री को ‘‘नीच’’ कहा था। कांग्रेस नेता शशि थरूर ने उन्हें एक बिच्छू और अब दिव्या स्पंदना का कहना है कि वह पक्षी की बीट हैं।’’
Is that bird dropping? pic.twitter.com/63xPuvfvW3
— Divya Spandana/Ramya (@divyaspandana) November 1, 2018
उन्होंने कहा,‘‘यह कुछ नहीं है लेकिन अपनी कड़ी मेहनत से देश का प्रधानमंत्री बनने वाले एक आम भारतीय के लिए कांग्रेस पार्टी की ओर से यह अहंकार की भाषा है।’’
उन्होंने कहा कि एक आम भारतीय उन्हें पक्षी की बीट दिखाई देता है जबकि एक वंशवाद उनके लिए सत्ता का केन्द्र है।
@divyaspandana के ट्वीट में बात इस बीट की हो रही है और गोदी मीडिया कहेगा 'मोदीजी को चिड़िया की बीट कहा' 🤣🤣🤣चोर की दाढ़ी में तिनका! pic.twitter.com/FOROLSogHG
— Republic of Fekoslovakia (@Fekoslovakian) November 1, 2018
सत्तारूढ़ पार्टी की ओर से आलोचना के बाद स्पंदना ने ट्वीट किया,‘‘जब आप के पास फुर्सत हो तो एक बार आईने के सामने खडे होकर खुद को देखना। मेरे विचार मेरे है। मैं आपके विचारों पर कुछ नहीं कहूंगी। मैंने क्या कहा या क्या नहीं कहा, इस बारे में मैं स्पष्टीकरण देने नहीं जा रही हूं क्योंकि आप इस लायक नहीं है।’’