Corona Virus in Delhi Noida: किसी भी अफवाह से घबराएं नहीं, इस ट्रोल फ्री नंबर पर कॉल कर लें पूरी जानकारी
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: March 3, 2020 05:05 PM2020-03-03T17:05:10+5:302020-03-03T17:05:10+5:30
कोरोना वायरस के खतरे से निपटने के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय ने 24 घंटे चलने वाला मॉनिटरिंग रूम शुरू किया है. यहां के टोल फ्री नंबर पर आप किसी भी जानकारी को पा सकते हैं. इसके अलावा कोरोना वायरस की कोई भी अपडेट जानने के लिए आप ncov2019@gmail.com पर मेल कर सकते हैं.
दिल्ली-एनसीआर के नोएडा में कोरोना वायरस के डर के चलते दो निजी स्कूलों ने कुछ दिनों के लिए अपने कक्षाएं रद्द कर दी है। दिल्ली में कोरोना वायरस का एक केस आने के बाद मामला बढ़ता दिख रहा है। इटली से लौटे एक व्यक्ति को कोरोना वायरस (Covid-19) से संक्रमित पाया गया। इसके बाद से सोशल मीडिया पर लोग कोरोना वायरस के दिल्ली-एनसीआर तक आने की चर्चा कर रहे हैं। हालांकि भारत में अब तक सिर्फ कोरोना वायरस के 5 मामलों की पुष्टि हुई है लेकिन इसके बावजूद दुनिया भर में फैले कोरोना वायरस के कहर को देखते हुए केंद्र सरकार और राज्य सरकारें पूरी तरह अलर्ट हैं। केंद्र सरकार ने ट्रोल फ्री नंबर 011-23978046 जारी किया है।
कोरोना वायरस के डर को लेकर नोएडा के दो स्कूल बंद
दिल्ली के जिस व्यक्ति को कोरोना वायरस होने की पुष्टि हुई है, वह हाल में इटली की यात्रा करके लौटा है। दिल्ली का व्यक्ति इटली से लौटने के बाद राम मनोहर लोहिया अस्पताल में इलाज के लिए आया, जहां उसने खुद कोरोना से पीड़ित होने की बात बताई। उसके दोनों बच्चे नोएडा के श्रीराम मिलेनियम स्कूल में पढ़ते हैं। इस घटना की जानकारी मिलते ही स्कूल प्रशासन सतर्क हो गया। पीड़ित व्यक्ति के दोनों बच्चों की भी जांच की गई है। बच्चों में कोरोना के कोई लक्षण नहीं मिले हैं। इसके अलावा एक और स्कूल को एहतियात के तौर पर बंद कर दिया गया है।
पीड़ित व्यक्ति ने आगरा में दी थी पार्टी, परिवार के लोग भी हुए संक्रमित
इटली से लौटने से बाद कोरोना से पीड़ित व्यक्ति ने नोएडा के कई लोगों को आगरा में पार्टी दी थी। इस पार्टी में शामिल हुए छह लोग तेज बुखार से पीड़ित हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार (3 मार्च) को कहा कि आगरा में नमूना परीक्षण के दौरान ‘तेज बुखार’ के छह मामलों का पता चला जिसके बाद इन लोगों को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में अलग वार्ड में रखा गया है। इन लोगों में पीड़ित व्यक्ति के परिवार के भी लोग हैं।