OMG! चीनी विश्वविद्यालय ने नोटिस जारी कर छात्रों से कहा, 50 मीटर तैराकी परीक्षा को दें ‘ऑनलाइन’, फैसले पर इंटरनेट यूजर खूब ले रहे है यूनिवर्सिटी के मजे
By आजाद खान | Published: May 27, 2022 05:34 PM2022-05-27T17:34:50+5:302022-05-27T17:42:20+5:30
जानकारी के मुताबिक, विश्वविद्यालय के नोटिस के मुताबिक, ऑनलाइन तैराकी परीक्षा को पूरा करने के लिए, छात्रों को परिसर नेटवर्क पर लॉग इन करना था और एक ऑनलाइन प्रश्नावली का उत्तर देना था।
COVID-19 in China: चीन के एक विश्वविद्यालय ने अपने छात्रों को ऑनलाइन तैराकी परीक्षा देने की बात कही है। इस ऑनलाइन तैराकी परीक्षा की बात सुन कर इंटरनेट पर लोग चीनी विश्वविद्यालय के मजे ले रहे हैं। बताया जा रहा है कि चीन की राजधानी शंघाई में कोरोना के केस और लगे लॉकडाउन को देखते हुए शंघाई की एक विश्वविद्यालय ने यह फैसला किया था। इस पर अमल करते हुए चीनी विश्वविद्यालय ने 15 मई को नोटिस जारी कर सभी अंडर ग्राजुएट छात्रों को ऑनलाइन तैराकी परीक्षा देने को कहा था। ऑनलाइन तैराकी के परीक्षा का कंसेप्ट इंटरनेट यूजर को जमा नहीं और ऐसे में चीनी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म वीबो पर इस बात का मजाक बनाने लगे। देखते ही देखते यह खबर हर जगह फैल गई थी।
क्या है पूरा मामला
आपको बता दें कि 15 मई को एक चीनी विश्वविद्यालय ने नोटिस जारी कर सभी अंडर ग्राजुएट छात्रों से 50 मीटर (164 फीट) की तैराकी की परीक्षा को ऑनलाइन देने को कहा था। ऐसा इसलिए क्योंकि चीन में अंडर ग्राजुएट छात्रों को ग्राजुएट तभी माना जाता है और उन्हें ग्राजुएट होने की सर्टीफिकेट तभी दी जाती है जब वह तैराकी परीक्षा को पास कर ले। चीन में तैराकी को इसलिए परीक्षा में शामिल किया गया था क्योंकि वहां पर तैराकी को एक महत्वपूर्ण जीवन कौशल के रुप में जाना जाता है और इससे फिटनेस भी बना रहता है।
चीनी विश्वविद्यालय ने क्या कहना था
मामले में चीनी विश्वविद्यालय ने कहा कि वह नोटिस के जरिए यही कहना चा रही थी कि इस ऑनलाइन परीक्षा से छात्रों को फायदा होता। विश्वविद्यालय के अनुसार, जिस तरीके से पूरे चीन में कोरोना का लहर जारी है, ऐसे में यह परीक्षा उन्हें जल्द से जल्द घर बैठे ही ग्राजुएट बना देगी। विश्वविद्यालय के नोटिस के मुताबिक, ऑनलाइन तैराकी परीक्षा को पूरा करने के लिए, छात्रों को परिसर नेटवर्क पर लॉग इन करना था और एक ऑनलाइन प्रश्नावली का उत्तर देना था।
यूजर ले रहे है ऐसे मजे
विश्वविद्यालय के इस कदम पर इसकी खूब हंसी उड़ाई गई और यूजर ने इसको लेकर तरह-तरह के कमेंट्स भी किए है। इस पर बोलते हुए एक यूजर ने लिखा कि क्या छात्रों को अपने बाथटब के अंदर ही परीक्षा देनी होगी। वहीं एक और यूजर ने सवाल पूछते हुए कहा क्या विश्वविद्यालय पानी से तैराकी को ‘अलग’ करना चाहता है। एक और यूजर ने यह सवाल पूछते हुए हंसी उड़ाई कि परीक्षण ‘इंटरनेट पर सर्फिंग’ का वास्तविक जीवन संस्करण था।