दसवीं पास नहीं करने वाला सीएम का सपना देख रहा है, प्रशांत किशोर ने तेजस्वी के योग्यता पर उठाया सवाल
By एस पी सिन्हा | Published: December 14, 2022 05:15 PM2022-12-14T17:15:39+5:302022-12-14T17:16:39+5:30
बिहार शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) और केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा (सीटीईटी) में उत्तीर्ण उम्मीदवारों पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर रही है।
पटनाः बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के द्वारा तेजस्वी यादव को अपना राजनीतिक वारिस घोषित किये जाने से विपक्ष में खलबली मच गई है। इसी कड़ी में चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने तेजस्वी यादव की योग्यता पर सवाल खड़ा कर दिया है।
उन्होंने कहा है कि यहां पढ़े-लिखे लोग रोजगार के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं और बिहार में दसवीं पास नहीं करने वाले, नेताओं के बच्चे मुख्यमंत्री बनने का सपना देख रहे हैं। बुधवार को ट्वीट करते हुए प्रशांत किशोर ने लिखा कि “10 लाख सरकारी नौकरियों का झूठा वादा करने वाली सरकार टीईटी और सीटीईटी पास कर बेरोजगार बैठे लोगों पर लाठियां चलवा रही है।
10 लाख सरकारी नौकरियों का झूठा वादा करने वाली सरकार TET और CTET पास कर बेरोज़गार बैठे लोगों पर लठियाँ चलवा रही है।#Bihar में दसवीं पास नहीं करने वाले नेताओं के बच्चे CM बनने का सपना देख रहे हैं और सामान्य परिवार के पढ़े लिखें लोग नौकरी और रोज़गार के लिए दर-दर की ठोकर खा रहे हैं https://t.co/OsNoztVqSw
— Prashant Kishor (@PrashantKishor) December 13, 2022
बिहार में दसवीं पास नहीं करने वाले नेताओं के बच्चे मुख्यमंत्री बनने का सपना देख रहे हैं और सामान्य परिवार के पढ़े लिखे लोग नौकरी और रोजगार के लिए दर-दर की ठोकर खा रहे हैं।” प्रशांत किशोर ने अपने ट्वीटर हैंडल से एक शेयर किया जिसमें बहाली की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे बिहार शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) और केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा (सीटीईटी) में उत्तीर्ण उम्मीदवारों पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर रही है। बता दें कि अपने पदयात्रा के दौरान प्रशांत किशोर कई बार बिहार सरकार पर बेरोजगारी, अपराध समेत कई मुद्दे पर हमला कर रहे हैं।
नीतीश कुमार की विफलताओं को गिनवाते हैं। साथ ही लालू परिवार को लेकर भी कई वार करते हैं। उन्होंने बिहार की जनता के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रति नाराजगी को लेकर भी तंज कसते हैं। उन्होंने कहा कि बिहार की जनता का मुख्यमंत्री पर से भरोसा इस कदर उठ गया है कि नीतीश कुमार बिना सुरक्षा गार्ड के किसी गांव में प्रवेश तक नहीं कर सकते। कुढ़नी विधानसभा उपचुनाव में मिली हार नीतीश कुमार के प्रति जनता में खत्म हो चुके विश्वास का ही नतीजा है।