बिहार: वाल्मीकि नगर टाइगर रिजर्व एरिया में बंदरों ने मचाया उत्पात, रुकी रहीं ट्रेनें, बाघों के बीच दहशत में रहे यात्री
By एस पी सिन्हा | Published: July 5, 2022 05:09 PM2022-07-05T17:09:44+5:302022-07-05T17:10:57+5:30
बंदरों के उत्पात से गोरखपुर नरकटियागंज रेल खंड़ के वाल्मीकि नगर टाइगर रिजर्व एरिया में रेलवे की ओवरहेड बिजली तार टूट गया। उस समय ट्रेन वाल्मिकी नगर टाइगर रिजर्व के एरिया में मौजूद थी। तार टूटने के कारण ट्रेन को जंगल में रोकना पड़ा। हाईटेंशन तार के टूटने की सूचना मिलने पर रेलवे के अधिकारी और पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे।
पटना: बिहार के पश्चिम चंपारण जिले से अचरज में डालने वाली एक खबर सामने आई है। यहां बंदरों की वजह से तकरीबन 2 घंटे तक ट्रेनें जंगल के बीच खड़ी ररहीं। इसमें पनियहवा और वाल्मीकि नगर रेलवे स्टेशन के बीच इलेक्ट्रिक वायर पर बंदरों का झुंड ने जमकर उत्पात मचाया था। जिसके कारण रेलवे का ओवरहेड तार क्षतिग्रस्त होकर टूट कर गिर पड़ा। जिसके बाद ट्रेनों का परिचालन अचानक बाधित हो गया और कई ट्रेनें जहां की तहां खड़ी हो गईं। ऐसे में घने जंगलों के बीच इन खुंखार बाघों के बीच दो घंटे तक यात्रियों को वक्त बिताना पड़ा।
प्राप्त जानकारी के अनुसार बंदरों के उत्पात से गोरखपुर नरकटियागंज रेल खंड़ के वाल्मीकि नगर टाइगर रिजर्व एरिया में रेलवे की ओवरहेड बिजली तार टूट गया। उस समय ट्रेन वाल्मिकी नगर टाइगर रिजर्व के एरिया में मौजूद थी। तार टूटने के कारण ट्रेन को जंगल में रोकना पड़ा। हाईटेंशन तार के टूटने की सूचना मिलने पर रेलवे के अधिकारी और पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे। काफी मशक्कत के बाद जाकर हाईटेंशन तार को दुरुस्त किया जा सका। इसके बाद तकरीबन 2 घंटे के उपरांत ट्रेनों का परिचालन शुरू हो सका। इस दौरान ट्रेनों में सवार यात्री परेशान रहे।
बीच जंगल ट्रेन रुक जाने के बाद यात्रियों में हड़कंप मच गया। एक तो ट्रेन बीच जंगल में रुकी, दूसरा वो भी बाघों वाले इलाके में। ऐसे में परेशान होना भी लाजमी था। इसी वजह से काफी यात्री अपने कोच को बंद कर अंदर दुबके रहे तो वहीं काफी यात्री बिना डरे जंगल में रेल ट्रैक पर बैठे रहे। वहीं जब इस मामले की सूचना मिली तो रेल विभाग में हड़कंप मच गया। बताया जाता है कि वाल्मिकी नगर टाइगर रिजर्व में इस वक्त 50 के करीब बाघ हैं। कुछ दिन पहले बाघों ने आम लोगों को अपना निशाना भी बनाया था।