बाढ़ से बेहाल बिहार से सामने आई इस वायरल वीडियो ने सबको रुला दिया
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: July 18, 2019 06:47 PM2019-07-18T18:47:03+5:302019-07-18T18:47:03+5:30
बिहार में बाढ़ से हुई 67 मौतों में सीतामढी में 17, अररिया में 12, मधुबनी में 11, शिवहर में 9, पूर्णिया में 7, दरभंगा में 5, किशनगंज में 4 और सुपौल में 2 लोगों की मौत हुई है।
बिहार के 12 जिलों में आई बाढ़ से अब तक 67 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 46 लाख 83 हजार से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। बिहार में बाढ़ से सबसे ज्यादा प्रभावित छोटे बच्चे ही हुये हैं। सोशल मीडिया पर इसी बीच बिहार के एक तीन साल के बच्चे की तस्वीर और वीडियो वायरल हो रही है। इस वायरल वीडियो और तस्वीर को देखकर लोगों सोशल मीडिया पर भावुक प्रतिक्रिया दे रहे हैं। यह बच्चा बिहार के मुजफ्फरपुर के शिवाईपट्टी थाने के शीतलपट्टी गांव का है। बच्चे की पानी में डूबने से मौत हो गई है।
इस बच्चे की तस्वीर शेयर करते हुये, 'याद है सीरिया में समुद्र तट पर बहकर आये एक मासूम शरणार्थी का शव देखकर पूरी दुनिया रो उठी थी। लेकिन शायद बिहार की प्रलयंकारी बाढ़ में अपना जीवन खोने वाले बच्चे के लिए आंसू बहाने के लिए न तो सरकार है वे संवेदनशील हृदय!'
इस वीडियो क्लिप ने सबसे ज्यादा दुःखी किया है जी।
— True Indian (@TrueInd26978997) July 17, 2019
😢😢😢😢😢😢 pic.twitter.com/amAwxzVr3i
2015 में तुर्की के समुद्री तट पर से एक सीरियाई बच्चे की तस्वीर वायरल हुई थी। बच्चे की इस तस्वीर में सीरिया में चल रहे गृहयुद्ध की बर्बरता सामने आई थी।
केंद्र से बाढ़ के लिए कोई राहत पैकेज नहीं।
— Rashtriya Janata Dal (@RJDforIndia) July 17, 2019
नीतीश कुमार कुंभकर्णी नींद में है।
बिहार में साधारण बुखार का भी इलाज नहीं है।
सैंकड़ों बच्चे बुखार से मर गए।
बाढ़ में बह गए। गर्मी-लू से लोग मर गए।
तटबंध भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गए फिर भी सुशासन है।
मोदी जी, कुछ बोलिए महाराज! pic.twitter.com/qGdJASNiBI
बिहार के 12 जिले बाढ़ से हो रहे हैं तबाह
बिहार के 12 जिलों में आई बाढ़ से अब तक 67 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 46 लाख 83 हजार से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। आपदा प्रबंधन विभाग से बुधवार को प्राप्त जानकारी के मुताबिक, बिहार के 12 जिलों - शिवहर, सीतामढी, मुजफ्फरपुर, पूर्वी चंपारण, मधुबनी, दरभंगा, सहरसा, सुपौल, किशनगंज, अररिया, पूर्णिया एवं कटिहार - में अब तक 67 लोगों की मौत हुई है जबकि 46 लाख 83 हजार से अधिक की आबादी प्रभावित हुई है। बिहार में बाढ़ से हुई 67 मौतों में सीतामढी में 17, अररिया में 12, मधुबनी में 11, शिवहर में 9, पूर्णिया में 7, दरभंगा में 5, किशनगंज में 4 और सुपौल में 2 लोगों की मौत हुई है। बाढ़ प्रभावित 12 जिलों में कुल 137 राहत शिविर चलाए जा रहे हैं जहां 1,14,721 लोग शरण लिए हुए हैं।
याद है सीरिया में समुद्र तट पर बहकर आये एक मासूम शरणार्थी का शव देखकर पूरी दुनिया रो उठी थी, लेकिन शायद मिथिला की प्रलयंकारी बाढ़ में अपना जीवन खोने वाले बच्चे के लिए आंसू बहाने के लिए न तो सरकार है वे संवेदनशील हृदय@francescam63@adityatiwaree@Gyan_p_mishrapic.twitter.com/FZhTWUzoeO
— अनुराग तिवारी (@VnsAnuTi) July 17, 2019
उनके भोजन की व्यवस्था के लिए 1,116 सामुदायिक रसोई चलाई जा रही है। राहत एवं बचाव कार्य के लिए एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की कुल 26 टीमें लगाई गई हैं और 125 मोटरबोटों का इस्तेमाल किया जा रहा है। इस बीच, बिहार विधान परिषद परिसर में बुधवार को पत्रकारों से बात करते हुए राजद के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से राज्य में बाढ़ को "राष्ट्रीय आपदा" घोषित करने का आग्रह किया।
केंद्रीय जल आयोग से प्राप्त जानकारी के मुताबिक, बिहार की कई नदियां गंडक, बूढी गंडक, बागमती, अधवारा समूह, कमला बलान, कोसी, महानंदा और परमान नदी विभिन्न स्थानों पर आज सुबह खतरे के निशान से ऊपर बह रही थी। भारत मौसम विभाग के अनुसार बिहार की सभी नदियों के जलग्रहण क्षेत्रों में गुरूवार की सुबह तक हल्की बारिश की संभावना जतायी गयी है।