ऋतिक रोशन के साथ सुपर-30 देखना डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी को पड़ा भारी, इस वजह से लोगों ने लगाई 'क्लास'
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: July 18, 2019 04:23 PM2019-07-18T16:23:26+5:302019-07-18T16:23:26+5:30
बिहार सरकार द्वारा ऋतिक रोशन की फिल्म सुपर-30 को टैक्स फ्री किए जाने के बाद फिल्म अभिनेता ऋतिक रोशन ने राज्य के सुशील कुमार मोदी से मुलाकात की थी।
बिहार के उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने पटना के होटल मौर्या में ऋतिक रोशन के साथ उनकी फिल्म सुपर-30 देखी। उस वक्त वहां सुपर-30 के संस्थापक आनंद कुमार भी मौजूद थे। फिल्म सुशील कुमार मोदी 16 जुलाई की शाम को देखी। जिसके बाद वो सोशल मीडिया पर ट्रोल हो गये हैं। राज्य की प्रमुख विपक्षी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) ने सुशील मोदी के फिल्म देखने पर हमला करते हुए कहा है कि बिहार में बाढ़ से 67 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है और ये अपना वक्त फिल्म देखने में बिता रहे हैं। बिहार में बाढ़ ने भारी तबाही मचाई हुई है। बिहार सरकार द्वारा फिल्म सुपर-30 को टैक्स फ्री किए जाने के बाद फिल्म अभिनेता ऋतिक रोशन ने राज्य के सुशील कुमार मोदी से मुलाकात की थी।
होटल मौर्या, पटना में सुपर-30 फिल्म के अभिनेता श्री ऋत्विक रोशन व सुपर-30 के संस्थापक श्री आनंद कुमार से मिलते हुए। pic.twitter.com/lDz4idF7m1
— Sushil Kumar Modi (@SushilModi) July 16, 2019
ऋतिक ने भी इस मुलाकात के बाद कुछ तस्वीरें सोशल मीडिया पर साझा की। जिसके बाद सोशल मीडिया पर भी लोगों ने सुशील मोदी पर सवाल उठाए।
सुशील जी, आपसे मिलकर मुझे बहुत प्रेरणा मिली। इस मुलाकात के लिए धन्यवाद 🙏🏻 pic.twitter.com/8KhQSD97yM
— Hrithik Roshan (@iHrithik) July 16, 2019
राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) ने अपने अधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया, ''बिहार में भयावह बाढ़ के चलते लोग त्राहिमाम कर रहे हैं और बेशर्म उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी बीजेपी के सभी विधायकों, मंत्रियों के साथ पटना में फिल्म देख रहे हैं। पत्रकारों के पूछने पर नंगे विधायक/मंत्री कह रहे हैं बाढ़ आयी तो क्या खाना-पीना और फिल्म देखना छोड़ दे? जनता मरे तो मरे..''
बिहार में भयावह बाढ़ के चलते लोग त्राहिमाम कर रहे है और बेशर्म उपमुख्यमंत्री @SushilModi बीजेपी के सभी विधायकों, मंत्रियों के साथ पटना में फ़िल्म देख रहे है। पत्रकारों के पूछने पर नंगे विधायक/मंत्री कह रहे है बाढ़ आयी तो क्या खाना-पीना और फ़िल्म देखना छोड़ दे? जनता मरे तो मरे..
— Rashtriya Janata Dal (@RJDforIndia) July 17, 2019
एक अन्य ट्वीट में लिखा, 'निशब्द:और बिहार का पूरा मंत्रिमंडल कल रात राक्षसी प्रवृति के साथ सुशील मोदी की अगुवाई में मल्टीप्लेक्स में फ्री डिनर के साथ फिल्म देख रहा था। ऊपर से मंत्री कह रहे थे।'
निशब्द:! और बिहार का पूरा मंत्रिमंडल कल रात राक्षसी प्रवृति के साथ सुशील मोदी की अगुवाई में मल्टीप्लेक्स में फ़्री डिनर के साथ फ़िल्म देख रहा था। ऊपर से मंत्री कह रहे थे,”बाढ़ आयी तो क्या खाना-पीना, मूवी देखना छोड़ दे। बेशर्म कहीं के! https://t.co/YWsInQl0YY
— Rashtriya Janata Dal (@RJDforIndia) July 18, 2019
इस ट्वीट पर लोगों ने रिप्लाई करते हुये सुशील कुमार मोदी की आलोचना की है। लोगों का कहना है कि जब राज्य पर विपदा आई है तो नेताओं को ये सब करना शोभा नहीं देता है।
सरकार में जो लोग हैं, उनको ऐसी भाषा शोभा नहीं देती है, विशेषकर उस परिस्थितियों में जब लाखों लोग विपदा से त्रस्त हैं. पर राजद के लोग भी कम नहीं हैं. उनका अपना रिकॉर्ड बहुत अच्छा नहीं है.
— Sakshi Mishra (@ShyamSi30116082) July 18, 2019
बेशर्मी की भी हद होती है अगर आप कुछ कर नहीँ सकते हैं तो अपने पद से इस्तीफा दे दीजिए और खूब खाइये पीजिए फिल्म देखिये ।
— Drx Arvind Kumar Chaudhary (@DrxChaudhary) July 18, 2019
इस समस्या का समाधान ढूँढे pic.twitter.com/MBYL29c5wN
— MUNDRA ANAND (@MUNDRAANAND1) July 17, 2019
सृजन चोर नौटँकी बाज तुम्हे बाढ़ से गरीब से मिलने
— RJDIANS Ramesh (@iRameshrjd) July 16, 2019
में दिक्कत है,
कितना बेशर्म हो वोट गरीब का चाहिये गरीब बाढ़ में
दहा कर मर रहे है,
कितना खुश है बेशर्म बाढ़ में मरने @SushilModi@MLArajeshSP
बिहार में बाढ़ सी आदमी मर रहे हैं और आप मौर्या होटल में फिल्म अभिनेता से मिल रहे हैं जो जनता आपको उस जगह तक पहुंचाया है वह जिंदगी और मौत से लड़ रहे हैं आप उससे मिलते तो उसे भी होता कि मेरा वोट कामयाब हुआ
— ADITY YADAV (@ADITYYADAV20) July 17, 2019
बिहार के 12 जिलों में आई बाढ़ से अब तक 67 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 46 लाख 83 हजार से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। आपदा प्रबंधन विभाग से बुधवार को प्राप्त जानकारी के मुताबिक, बिहार के 12 जिलों - शिवहर, सीतामढी, मुजफ्फरपुर, पूर्वी चंपारण, मधुबनी, दरभंगा, सहरसा, सुपौल, किशनगंज, अररिया, पूर्णिया एवं कटिहार - में अब तक 67 लोगों की मौत हुई है जबकि 46 लाख 83 हजार से अधिक की आबादी प्रभावित हुई है।