बिहारः पढ़ा दिजिए, पढ़ लिखकर आईएएस- आईपीएस बनना है..., सीएम नीतीश के पैतृक गांव कल्याण बिगहा में बच्चे ने लगाई फरियाद
By एस पी सिन्हा | Published: May 14, 2022 06:59 PM2022-05-14T18:59:49+5:302022-05-14T19:01:06+5:30
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज नालंदा जिले के हरनौत प्रखंड स्थित अपने पैतृक गांव कल्याण बिगहा पहुंचे. हाथ जोड़कर सरकारी स्कूल के जगह प्राइवेट स्कूल में नामांकन कराने की गुहार लगाने लगा.
पटनाः बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज नालंदा जिले के हरनौत प्रखंड स्थित अपने पैतृक गांव कल्याण बिगहा पहुंचे. नीतीश कुमार की पत्नी की 16वीं पुण्यतिथि है. मुख्यमंत्री ने उनकी प्रतिमा पर पुष्प अर्पित करके उन्हें श्रद्धांजलि दी.
इस दौरान एक दिलचस्प मामला देखने को मिला जहां छठी क्लास के एक एक 11 वर्षीय बालक ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से हाथ जोड़कर सरकारी स्कूल के जगह प्राइवेट स्कूल में नामांकन कराने की गुहार लगाने लगा. बच्चे की बात सुन मुख्यमंत्री ने तुरंत अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए.
दरअसल, मुख्यमंत्री ने कल्याण बिगहा मध्य विद्यालय में ग्रामीणों की समस्याएं सुन रहे थे. इसी दौरान हरनौत प्रखण्ड के नीमाकौल के क्लास 6 के छात्र सोनू कुमार अपनी समस्या को लेकर वह पहुंचा था. मुख्यमंत्री जब लोगों से संवाद कर रहे थे, उसी दौरान बालक सोनू कुमार मुख्यमंत्री को आवाज लगाने लगा. सर, सुनिये ना... सर सुनिये ना... जब मुख्यमंत्री ने बालक की आवाज सुनी तो ठहर गये.
सोनू ने नीतीश कुमार से कहा कि वह पढ़ना चाहता है, पर उसके अभिभावक पढ़ाते नहीं है. इसलिए मुख्यमंत्री से उसने इंतजाम कराने की गुहार लगाई. बच्चे का आरोप है कि उसका पिता रणविजय यादव दही बेचने का काम करते है. उसकी कमाई के रुपए से शराब पी जाते हैं. गरीब परिवार से होने के कारण मध्य विद्यालय नीमा कौल के सरकारी स्कूल में पढ़ता है.
जहां शिक्षको को भी अच्छी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने नहीं आता है. बच्चे ने कहा की अगर सरकार हमे मदद करे तो मैं भी पढ़ लिखकर आईएएस- आईपीएस बनना चाहता हूं. सोनू कुमार छठी कक्षा में पढ़कर 5वीं कक्षा तक के 40 बच्चों को शिक्षा देकर अपनी पढ़ाई का खर्च निकालता है.
वही इस छोटे से बच्चे के हिम्मत को देखकर अधिकारी से लेकर नेता तक दंग रह गए. नीतीश कुमार ने जब उसकी फरियाद सुनी तो फौरन अधिकारियों को कहा कि इस बच्चे का मामला देखिये. ये पढ़ना चाहता है. लेकिन अभिभावक नहीं पढ़ा पा रहे हैं. इसकी पढ़ाई का इंतजाम कीजिये.