आइंस्टीन भी बता चुके हैं कि धरती के लिये क्यों सबसे महत्वपूर्ण हैं मधुमक्खियां

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: September 30, 2019 06:31 PM2019-09-30T18:31:54+5:302019-09-30T18:31:54+5:30

स्विटजरलैंड की फेडरल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नॉलॉजी के अनुसार मोबाइल से निकलने वाली तरंगें मधुमक्खियों को भटकाने में सक्षम हैं। इससे वो अपना सेंस खो देती हैं और इससे उनका जीवन खतरे में पड़ जाता है।

Bees Have Been Declared The Most Important Living Being On The Planet | आइंस्टीन भी बता चुके हैं कि धरती के लिये क्यों सबसे महत्वपूर्ण हैं मधुमक्खियां

प्रतीकात्मक फोटो

Highlightsमधुमक्खी ऐसे जीव हैं जो कहीं से किसी भी तरह के रोग के वाहक नही हैं।मधुमक्खियों को सबसे ज्यादा नुकसान फसलों में इस्तेमाल होने वाले कीटनाशक और मोबाइल और टॉवरों से निकलने वाले तरंगों से होता है।

मधुमक्खी के डंक के दर्द तो बहुत होता है लेकिन अगर उनके ये डंक गायब हो जायें तो इससे बहुत अधिक नुकसान होता है। अर्थवॉच इंस्टीट्यूट ने रॉयल जियोग्राफिकल सोसाइटी ऑफ लंदन में होने वाली एक बहस में निर्णय निकाला कि मधुमक्खियां धरती पर रहने वाली सबसे महत्वपूर्ण जीव हैं। हालांकि वैज्ञानिकों ने एक घोषणा भी किया कि मधुमक्खियां खत्म होने की कगार पर हैं।

हाल ही में हुये एक अध्ययन के अनुसार दुनिया भर में 90 परसेंट मधुमक्खियां खत्म होने की कगार पर हैं। हालांकि अलग-अलग क्षेत्रों के मुताबिक इनके गायब होने के कारण अलग-अलग है लेकिन प्रमुख कारणों में वनों की कटाई, मधुमक्खी के छत्ते के लिये सुरक्षित जगह की कमी, फूलों की कमी, फसलों के लिये इस्तेमाल किये जाने वाले कीटनाशक का उपयोग, मिट्टी में होने वाला बदलाव हैं।

मधुमक्खी को धरती पर रहने वाला सबसे महत्वपूर्ण क्यों घोषित किया गया है?
एक अध्ययन के मुताबिक यह सामने आया कि मधुमक्खियां ही एक मात्र ऐसे जीव हैं जो किसी भी प्रकार के रोगजनकों के वाहक नही हैं। चाहे वह कोई भी वायरस या जीवाणु हो। दुनिया की 70 परसेंट कृषि इन्ही कीटों पर निर्भर है। इसके अलावा मधुमक्खियों के परागकण पौधों के प्रजनन करने में मदद करते हैं। इन्हीं पौधों को लाखों जानवर खाते हैं। अगर ऐसा नहीं होगा तो इन पौधों पर निर्भर रहने वाले जीव जल्द ही गायब होने लगेंगे।

मधुमक्खियों द्वारा तैयार किया गया शहद केवल हमारे खाने के काम नहीं बल्कि सेहत और त्वचा से जुड़े कई फायदे प्रदान करता है।

अल्बर्ट आइंस्टीन के एक कोट के मुताबिक- "यदि मधुमक्खियां गायब हो जाती हैं तो मनुष्य मात्र 4 साल ही जीवित रह पाएंगे।"

मधुमक्खियों के गायब होने के कारण और आकलन क्या हैं?
स्विटजरलैंड की फेडरल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नॉलॉजी के अनुसार मोबाइल से निकलने वाली तरंगें मधुमक्खियों को भटकाने में सक्षम हैं। इससे वो अपना सेंस खो देती हैं और इससे उनका जीवन खतरे में पड़ जाता है। शोधकर्ता और जीव विज्ञानी डैनियल फेवर ने अन्य शोधकर्ताओं के साथ मिलकर 83 प्रयोग किये और पाया कि मोबाइल और मोबाइल टावरों से निकलने वाली तरंगों की उपस्थिति में मधुमक्खियां 10 गुना अधिक शोर पैदा करती हैं। इससे अन्य मधुमक्खियों को लगता है कि वो खतरे मे हैं और उन्हें छत्ता छोड़ देना चाहिये।

मधुमक्खियों के गायब होने का एक और निस्संदेह कारण है बेकार की फसलों को जलाने से निकलने वाला धुंआ या फिर उनको केमिकल के जरिये नष्ट करना। इसका उदाहरण कोलंबिया में देखा जा सकता है जहां फसलों में इस्तेमाल हुये कीटनाशकों में जहर से पिछले तीन सालों में 34 परसेंट मधुमक्खियां मर गई।

मधुमक्खियों को बचाने के लिये ये तीन कदम उठाये जा सकते हैं-
1- फसलों के लिये इस्तेमाल होने वाले हानिकारक जहरीले कीटनाशकों (पेस्टीसाइड) के इस्तेमाल पर रोक लगायी जाए।
2- पूरी तरह से प्राकृतिक कृषि के विकल्पों को बढावा दिया जाय।
3- मधुमक्खियों के स्वास्थ्य, कल्याण और संरक्षण के लिये लगातार रिसर्च किया जाय और निगरानी की जाए।

यह मधुमक्खियों के साथ अनुभव किये गये समस्याओं का उदाहरण मात्र है। इसको देखते हुये हमें अपने संसाधनों के मैनेजमेंट में बदलाव लाने की जल्द आवश्यकता है। ये बातें कोलंबिया के चैंबर ऑफ कॉमर्स के प्रतिनिधि लुसिआनो ग्रिसलेस ने कहा।

Web Title: Bees Have Been Declared The Most Important Living Being On The Planet

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