बांग्लादेशी नाबालिग हरदम घुसपैठ कर भारत से खरीदता था पसंदीदा चॉकलेट बार, बीएसएफ ने ऐसे किया रंगेहाथों गिरफ्तार
By आजाद खान | Published: April 18, 2022 11:16 AM2022-04-18T11:16:42+5:302022-04-18T12:02:11+5:30
बताया जा रहा है कि पड़ोसी देश बांग्लादेश से कई बच्चे घुसपैठ कर भारत आते हैं और यहां से अपना पसंदीदा चॉकलेट बार को खरीद कर वापस अपने देश लौट जाते हैं।
अगरतला: त्रिपुरा के सिपाहीजाला जिले से एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है। यहां पर सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने एक नाबालिग बच्चे को पकड़ा है जिसपर सीमा पार कर भारत में बिना कोई कागजात घुस आने का आरोप लगा है। बताया जा रहा है कि बच्चे ने अपनी पसंदीदा चॉकलेट बार खरीदने के लिए गौर-कानूनी तरीकों से भारत में घुसा था। जानकारी के अनुसार, नाबालिग ने यह पहली बार नहीं की है, इससे पहले भी वह कई बार भारत में अवैध तरीके से घुसा है। बच्चे का नाम एनाम हुसैन बताया जा रहा है और वह बांग्लादेश के कोमिला जिले का रहने वाला है। भारत के दुकानदारों ने कहा है कि एनाम हुसैन के अलावा कई और लड़के और बच्चियां भी है जो बांग्लादेश से भारत गैर-कानूनी तरीके से आते हैं।
ऐसे आता था बांग्लादेशी नाबालिग भारत
बताया जा रहा है कि बांग्लादेशी नाबालिग एनाम हुसैन हरदम भारत आता था और अपना पसंदीदा चॉकलेट बार को खरीद कर वापस अपने देश चला जाता था। आखिरी बार जब वह भारत में घुसपैठ कर रहा था तो उसे रंगेहाथ बीएसएफ के जवानों ने पकड़ लिया था। इसके बाद उसे लोकल पुलिस के हवाले कर दिया गया था जिसे बाद में कोर्ट में पेश किया गया था। पुलिस के पूछताछ के दौरान बांग्लादेशी नाबालिग ने यह कबूला था कि वह नदी को पार कर एक पतले छेद की मदद से भारत में घुसता था और त्रिपुरा के कलामचौरा गांव की एक दुकान से अपना फेवरेट चॉकलेट बार को खरीदता था।
वह केवल अपना पसंदीदा चॉकलेट बार खरीदने आता था -पुलिस और लोकल
सोनमुरा के एसडीपीओ बनोज बिप्लब दास के मुताबिक, नाबालिग ने भारत में घुसपैठ की बात कबूली और उसके पास से 100 बांग्लादेशी टाका भी मिला है। पुलिस को उसके पास से कुछ और नहीं मिला है और उसकी गिरफ्तारी भारत में अवैध तरीके से घुसने पर हुई है। उन्होंने यह भी बताया कि उसे 15 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। आपको यह भी बता दें कि अभी तक नाबालिग के परिवार वालों द्वारा उनकी बेटे के लिए बीएसएफ से कोई संपर्क नहीं किया गया है।
इस पर कलामचौरा निवासी एलियस हुसैन ने कहा कि बांग्लादेशी अक्सर यहां से किराने के सामान को खरीदने के लिए आते रहते है। यही नहीं कोई प्रोग्राम में भी शामिल होने के लिए वे यहां आते हैं। ऐसे में बीएसएफ उन्हें मानवीय आधार कुछ नहीं बोलती है। बीएसएफ केवल तस्करों के लिए सख्ती दिखाती है। नाबालिग के बारे में बोलते हुए उन्होंने कहा कि जहां तक उन्हें पता है वह केवल अपना पसंदीदा चॉकलेट बार खरीदने के लिए भारत आता था। इलाके के अन्य दुकानदारों ने पुलिस को यह भी बताया कि नाबालिग के अलावा कुछ और बच्चे और एक बच्ची भी आती है जो चॉकलेट बार को लेकर अपने देश वापस चली जाती है।