अनिल अंबानी हो गए 'दिवालिया', 10 सालों में 8.5 लाख करोड़ रुपये की संपत्ति खत्म, जानें पूरा मामला
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: February 8, 2020 01:22 PM2020-02-08T13:22:02+5:302020-02-08T13:22:02+5:30
2010 की तुलना में अब तक अनिल अंबानी की संपत्ति में 8.5 लाख करोड़ रुपये (12 अरब डॉलर) का नुकसान हुआ है।
रिलायंस समूह के चेयरमैन अनिल अंबानी ट्विटर पर ट्रेंड कर रहे हैं। एशिया के सबसे अमीर व्यक्ति मुकेश अंबानी के छोटे भाई अनिल अंबानी इस बार गलत वजह से सुर्खियों में हैं। चीन के 3 शीर्ष बैंकों ने ब्रिटेन की लंदन कोर्ट में अर्जी दायर करके 68 करोड़ डॉलर की वसूली की मांग की है। कोर्ट में सुनवाई के दौरान अनिल अंबानी के वकीलों ने यह कहा कि यदि उनकी देनदारियों को जोड़ जाए तो अंबानी का नेटवर्थ शून्य होगा। मामले की सुनवाई के दौरान लंदन कोर्ट में न्यायाधीश डेविड वाक्समैन ने अनिल अंबानी से 10 करोड़ डॉलर की राशि जमा करने को कहा है।
फोर्ब्स के अनुसार अनिल अंबानी की संपत्ति 1.7 अरब डॉलर (1.21 लाख करोड़ रुपये) है। 2019 BILLIONAIRES NET WORTH के अनुसार अनिल अंबानी दुनिया में अमीरों की सूची में 1347 नंबर पर हैं। एक समय अनिल अंबानी दुनिया के टॉप 10 अमीरों की सूची में शामिल रहते हैं। 2008 के बाद लगातार उनके कारोबार और संपत्ति में गिरावट देखी गई।
साल संपत्ति
2010 13.7
2011 8.8
2012 7.8
2013 5.2
2014 5.0
2015 4.0
2016 2.5
2017 2.7
2018 2.7
2019 1.7
(स्त्रोत: फोर्ब्स, संपत्ति अरब डॉलर में)
2010 की तुलना में अब तक अनिल अंबानी की संपत्ति में 8.5 लाख करोड़ रुपये (12 अरब डॉलर) का नुकसान हुआ है।
जानें पूरा मामला
रिलायंस समूह के चेयरमैन अनिल अंबानी कभी भारत के अमीर उद्योगपतियों में थे, लेकिन अब नहीं हैं। अनिल अंबानी के वकीलों ने शुक्रवार को ब्रिटेन की अदालत में एक मामले में सुनवाई के दौरान कहा कि भारतीय दूरसंचार बाजार में ‘संकट पैदा करने वाले घटनाओं’ से अब अनिल अंबानी की स्थिति पहले वाली नहीं रह गयी है। चीन के शीर्ष 3 बैंकों का कहना है कि अनिली अंबानी ने फरवरी, 2012 में पुराने कर्ज को चुकाने के लिए करीब 92.5 करोड़ डॉलर के कर्ज के लिए कथित तौर पर व्यक्तिगत गारंटी का पालन नहीं किया है। अंबानी (60) ने इस तरह की किसी गारंटी का अधिकार देने की बात का खंडन किया है। ऋण अनुबंध के तहत इसी लिए बैंकों ने यह मामला ब्रिटेन की अदालत के सामने रखा है।
सुनवाई के दौरान अंबानी के वकीलों ने यह स्थापित करने का प्रयास किया कि यदि उनकी देनदारियों को जोड़ा जाए तो अंबानी का नेटवर्थ शून्य होगा। उनके वकीलों ने सुनवाई के दौरान कहा, ‘‘श्री अंबानी का नेटवर्थ 2012 से लगतार नीचे आ रहा है। भारत सरकार की स्पेक्ट्रम देने की नीति में बदलाव से भारतीय दूरसंचार क्षेत्र में नाटकीय बदलाव आया है। ’’ उनके वकील रॉबर्ट होवे ने कहा, ‘‘2012 में अंबानी का निवेश सात अरब डॉलर से अधिक का था। आज यह 8.9 करोड़ डॉलर रह गया है। यदि उनकी देनदारियों को जोड़ा जाए, तो यह शून्य पर आ जाएगा।’’बैंकों के वकीलों ने अदालत को यह भी बताया कि अनिल अंबानी के भाई मुकेश अंबानी एशिया के सबसे अमीर व्यक्ति हैं और वह फोर्ब्स की सूची में दुनिया के 13वें सबसे अमीर व्यक्ति हैं। उनका अनुमानित नेटवर्थ 55 से 57 अरब डॉलर है।
(एजेंसी इनपुट के साथ)