राफेल 'शस्त्र पूजा' की आलोचनाओं के बीच वायरल हुआ जहाज की पूजा करते नेहरू का वीडियो, लोगों ने कहा- राजनाथ ने नया क्या किया!
By पल्लवी कुमारी | Published: October 10, 2019 09:44 AM2019-10-10T09:44:07+5:302019-10-10T09:44:07+5:30
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने दशहरा के अवसर पर मंगलवार (9 अक्टूबर) को फ्रांस के मेरिग्नाक में एक समारोह में फ्रांस निर्मित 36 विमानों के बेड़े के पहले विमान को प्राप्त किया। उन्होंने नये विमान का पूजन किया और इस पर ‘ओम’ लिखा।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने दशहरा के अवसर पर मंगलवार (9 अक्टूबर) को पेरिस में पहला राफेल लड़ाकू विमान की 'शस्त्र पूजा' की। राजनाथ सिंह ने उस दौरान जेट पर ओम की आकृति उकेरी और नारियल, निम्बू से पूरे विधि विधान से पूजा की। इस पूजा की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हुई। राफेल 'शस्त्र पूजा' की विपक्ष ने जमकर आलोचना की। सोशल मीडिया पर भी कहा गया कि राफेल 'शस्त्र पूजा' कर बीजेपी राजनीति कर रही है। इसी बीच सोशल मीडिया पर भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू का एक पुराना वीडियो वायरल हो रहा है। इस वीडियो में जवाहरलाल नेहरू एक जहाज की पूजा करते दिख रहे हैं।
वीडियो को ट्विटर यूजर सैयद अतहर देहलवी ने शेयर किया है। वीडियो को शेयर कर उन्होंने लिखा है, राजनाथ सिंह ने कोई नया काम तो नहीं किया की दोनों और से शोर मच गया। आजाद व सेक्युलर भारत में नेहरू जी के समय ही से सरकारी योजनाओं व समारोह का आरंभ मंत्र अनुष्ठान दीपक नारियल एवं अन्य भारतीय व क्षेत्रीय परंपराओं के साथ होता आ रहा है। हाँ अब राजनीतिक फायदों के लिए होता है।
श्री @rajnathsingh जी ने कोई नया काम तो नहीं किया की दोनों और से शोर मच गया
— Syed Athar Dehlavi सैयद अतहर देहलवी سید اطہر دہلوی (@maulanadehlavi) October 9, 2019
आज़ाद व सेक्युलर भारत में नेहरू जी के समय ही से सरकारी योजनाओं व समारोह का आरंभ मंत्र अनुष्ठान दीपक नारियल एवं अन्य भारतीय व क्षेत्रीय परंपराओं के साथ होता आ रहा है
हाँ अब राजनीतिक फ़ायदों के लिए होता है https://t.co/7fUl3sklJ9
इस वीडियो को सैयद अतहर देहलवी ने 14 मार्च 2018 को ट्वीट किया था। ट्वीट कर उन्होंने बताया था कि यह वीडियो जब आजाद भारत के पहले जहाज 'जल ऊषा' को वैदिक मंत्रोच्चार और विधिवत पूजा-अर्चना के साथ तत्कालीन प्रधानमंत्री पंडित नेहरू ने हिंद महासागर में उतारा था।
वीडियो ब्लैक एंड व्हाइट है। इसमें कुछ पंडित मंत्र पढ़ते दिख ररे हैं। जवाहरलाल नेहरू नारियल फोड़कर जहाज को समुद्र में उतारने की रस्म पूरी करते दिख रहे हैं।
कांग्रेस नेताओं ने राफेल शस्त्र पूजा को बताया तमाशा
कांग्रेस नेताओं ने पहला राफेल लड़ाकू विमान प्राप्त करने के लिए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की फ्रांस यात्रा और राफेल विमान पर उनके शस्त्र पूजन को ‘तमाशा’ करार दिया और बीजेपी पर रक्षा खरीद को राजनीतिक रंग देने का आरोप लगाया।
राजनाथ सिंह ने मंगलवार को फ्रांस के मेरिग्नाक में एक समारोह में फ्रांस निर्मित 36 विमानों के बेड़े के पहले विमान को प्राप्त किया। उन्होंने नये विमान का पूजन किया और इस पर ‘ओम’ लिखा। उन्होंने दो सीट वाले विमान पर उड़ान भरने से पहले फूल और नारियल भी चढ़ाये। इस घटनाक्रम पर कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने कहा, ''यह नाटकों की सरकार है। आप फ्रांस जाकर पूजा कर रहे हैं। क्या राफेल विमान भारत नहीं आने वाला था? आप दूसरे देश में जाकर यह सब तमाशा कर रहे हैं।''
कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि टीवी पर जो आ रहा है, उन्होंने वैसा कुछ नहीं कहा है। उन्होंने शस्त्र पूजा की आलोचना नहीं की और उनका यह कहना था कि विमान को आने में 6-8 महीने लगेंगे, ऐसे में वहां यह करने की क्या जरूरत थी, जब वह आ जाता तब करते।
खड़गे के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए असंतुष्ट कांग्रेस नेता संजय निरूपम ने कहा कि शस्त्र पूजा को ‘तमाशा’ नहीं कहा जा सकता। यह हमारे देश की हजारों साल पुरानी परंपरा है। उन्होंने पीटीआई से कहा, 'मैं जानता हूं कि मल्लिकार्जुन खड़गे जी नास्तिक हैं। वह प्रार्थना, पूजा में विश्वास नहीं करते। लेकिन उनकी तरह कांग्रेस में सभी लोग नास्तिक नहीं हैं।’’ निरूपम ने कहा, ‘‘पूरे देश में एक प्रतिशत लोग नास्तिक हैं लेकिन बाकी सभी पूजा प्रार्थना में भरोसा रखते हैं और इसलिए नास्तिकों को अपने विचारों को पार्टी और समाज पर नहीं थोपना चाहिए।