हंसने से काम नहीं चलेगा बेटा...टीवी पर बहस के दौरान भाजपा प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने खोया आपा, बिफरे कांग्रेस प्रवक्ता
By अनिल शर्मा | Published: April 8, 2022 09:13 AM2022-04-08T09:13:58+5:302022-04-08T09:24:16+5:30
भाजपा प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी एक टीवी बहस के दौरान कांग्रेस प्रवक्ता गौरव वल्लभ को बेटा बेटा कहने लगते हैं जिसपर गौरव काफी बिफर जाते हैं। कड़ी आपत्ति जताते हैं जिसके बाद सुधांशु उनसे माफी मांगते हैं।
नई दिल्लीः अजाम और नवरात्र में मीट की दुकानों पर पाबंदी को लेकर टीवी पर एक बहस के दौरान भाजपा प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कांग्रेस के प्रवक्ता गौरव वल्लभ को बेटा कह दिया। पेट्रोल-डीजल के दामों और बढ़ती महंगाई को लेकर सुधांशु अपनी बात रख रहे होते हैं कि बीच में कांग्रेस प्रवक्ता हंसने लगते हैं। ये देख भाजपा प्रवक्ता अपना आपा खो देते हैं और बेटा कहने लगते हैं जिसपर गौरव कड़ी आपत्ति जताते हैं। इसके लिए सुधांशु त्रिवेदी को बाद में माफी मांगनी पड़ती है।
सुधांशु त्रिवेदी कहते हैं- आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के बोलने वाले गौरव वल्लभ जी सिर्फ एक बात का जवाब दें। नंबर 1, या तो आपको नमाज का अर्थ नहीं पता था या पता होने के बावजूद भी उसके पक्ष में हैं कि अल्लाह के अलावा कोई इबादत के लायक नहीं तो फिर नवरात्र का झूठा ढोंग बंद कर दीजिए। नंबर 2, नवरात्र का आप व्रत रखते हैं। प्याज लहसुन नहीं खाते हैं। और आपके घर के सामने हलाल मीट की दुकान चल रही हो आपको आपत्ति नहीं हो ये। नंबर 3, आपने कहे पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़े...सुधांशु अपनी बात कह ही रहे होते हैं कि कांग्रेस प्रवक्ता हंसने लगते हैं। यह देख भाजपा प्रवक्ता अपना आपा खो देते हैं और कहते हैं- हंसने से नहीं होगा बेटा, हंसने से नहीं होगा मान्यवर। हमारी सरकार वाले राज्यों ने 10 रुपए से ज्यादा घटाया आप बताइए आपकी सरकारों ने कितने घटाए।
गौरव वल्लभ सुधांशु त्रिवेदी के बेटे बोलने पर बिफर जाते हैं और अपनी आपत्ति जताते हैं। अंजना ओम कश्यप मामले को संभालते हुए कहती हैं, गलती से मुंह से निकल गया। गौरव कहते हैं, तो ऐसे बेटा, बेटा तो ना कहे न। अच्छा नहीं लगता। वे भाई तुल्य हैं। कांग्रेस प्रवक्ता के विरोध जताने पर सुधांशु त्रिवेदी तुरंत क्षमा मांगने लगते हैं। कहते हैं- मैं क्षमा चाहता हूं। अरे गौरवजी क्षमा चाहता हूं। उस बात के लिए मैं क्षमा चाहता हूं।
इसके बाद भाजपा प्रवक्ता फिर सवाल करते हैं- मान्यवर मैं आपसे कहना चाहता हूं, आपने मुझे छोटा भाई कहा। आप मेरे तीन सवालों का जवाब दे दीजिए, अजान का अर्थ जानने के बाद भी आप उसके पक्ष में हैं। नवरात्र में प्याज लहसुन ना खाकर भी घर के सामने हलाल मीट की दुकान होनी चाहिए आपको उसपर कोई आपत्ति नहीं है। हमारी राज्य सरकारों ने पेट्रोल पर 10 से 20 रुपए घटाए आपकी राज्य सरकारों ने क्यों नहीं घटाए। रूस-यूक्रेन युद्ध के बाद दुनिया में पेट्रोल के दाम बढ़े सिर्फ भारत में नहीं बढ़े। जर्मनी, बेल्जियम, यूरोप, ब्रिटेन, फ्रांस में तेल के दाम बढ़े तो भारत में भी बढ़े इतनी सी बात एक प्रोफेसर को समझ में नहीं आता है तो आपकी हालत पर हंसी आती है।
गौरव जवाब देते हुए कहते हैं, जो 8 साल से सरकार में है वह विपक्ष से सवाल पूछ रहा है। हालत देखिए इनकी, अरे 40 प्रतिशक कमीशन वालों वहां पर गन्ना टैक्स की क्या हालत कर दी।
पेट्रोल की कीमतों को लेकर सुधांशु के सवाल का जवाब देते हुए गौरव कहते हैं। राज्यों में जो टैक्स लगाई जाती है वैट होती है। केंद्र सरकार अगर एक्साइज ड्यूटी जो कि 500 प्रतिशत डीजल पर 203 प्रतिशत पेट्रोल पर पिछले 8 सालों में बढ़ी है उसे कम कर दे तो राज्यों द्वारा लगाए जानेवाला वैट अपने आप ही कम हो जाएगा। आपने 26 लाख 51 हजार करोड़ पिछले 8 सालों से कमाया है। आपने ने हर किसी से फ्यूल टैक्स के नाम पर पिछले 8 साल में 1 लाख रुपया लूटा है। वो पैसा कहां है सुधांशु जी? वह किसकी झोली में जा रहा है? मुझे बेटा बोलो, पोता बोलो कोई आपत्ति नहीं है लेकिन लोगों को रोजगार दो, पेट्रोल के दाम कम करो।