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कश्मीर पर पाकिस्तानी सुर में गाने पर तुर्की को इंडिया की नसीहत, सोच समझ कर बोलना.

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: February 15, 2020 03:56 PM2020-02-15T15:56:46+5:302020-02-15T15:56:46+5:30

भारत ने कश्मीर पर तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोआन के कश्मीर पर दिए बयान पर नाराज़गी जाहिर और साथ ही सलाह भी दी.  तुर्की को भारत ने सुझाव दिया है कि वो भारत के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप ना करे.  विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा कि जम्मू-कश्मीर को लेकर तुर्की के राष्ट्रपति द्वारा दिए गए सभी संदर्भों को भारत खारिज करता है. विदेश मंत्रालय ने अपने बयान में कहा कि जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है जो उससे कभी अलग नहीं हो सकता.

भारत ने तुर्की को एक और सलाह दी कि हम तुर्क नेतृत्व से अनुरोध करते हैं कि  भारत और क्षेत्र के लिए पाकिस्तान की ओर से आतंकवाद के गंभीर खतरे सहित अन्य तथ्यों की उचित समझ विकसित करे. 

भारत के एतराज़ के बावजूद तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोआन ने कल एक बार फिर कश्मीर मुद्दा उठाया और कहा कि उनका देश इस मामले में पाकिस्तान के रुख का समर्थन करेगा क्योंकि यह दोनों देशों से जुड़ा विषय है.  तुर्की राष्ट्रपति एर्दोआन दो दिन की पाकिस्तान यात्रा पर है. एर्दोआन ने पाकिस्तान की संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए ये भी कहा कि तुर्की इस हफ्ते पेरिस में वित्तीय कार्रवाई कार्यबल यानि एफएटीएफ की ग्रे सूची से बाहर होने के पाकिस्तान की कोशिशों का समर्थन करेगा. 

 कश्मीर के मुद्दे पर पाकिस्तान के रुख पर अपने देश का समर्थन देते हुए एर्दोआन ने कहा कि इसे संघर्ष या दमन से नहीं सुलझाया जा सकता बल्कि न्याय और निष्पक्षता के आधार पर सुलझाना होगा. एर्ओआन ने पिछले साल अगस्त में जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म करने पर कमेंट किया.  उन्होने कहा हमारे कश्मीरी भाइयों बहनों ने दशकों तक परेशानियां झेली हैं और हाल के समय में लिये गये एकपक्षीय कदमों के कारण समस्याएं और बढ़ गयी है.  तुर्क राष्ट्रपति ने कहा था आज कश्मीर का मुद्दा हमारे उतना ही करीब है जितना पाकिस्तान के.  

 तुर्की राष्ट्रपति ने पिछले साल सितंबर में संयुक्त राष्ट्र महासभा में भी अपने भाषण में कश्मीर का मुद्दा उठाया था. संयुक्त राष्ट्र में एर्दोआन के बयान पर प्रतिक्रिया करते हुए भारत ने कहा था कि उसे कश्मीर पर तुर्की के बयान पर गहरा अफसोस है और यह उसका आंतरिक मामला है. 

 

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