Deep Sidhu ने Delhi Police के सामने उगले कई राज, महिला मित्र America से अपलोड कर रही थी Video
By गुणातीत ओझा | Published: February 11, 2021 01:59 AM2021-02-11T01:59:05+5:302021-02-11T01:59:42+5:30
गणतंत्र दिवस पर किसानों की ट्रैक्टर रैली के दौरान लाल किले पर हुई हिंसा के मुख्य आरोपी अभिनेता दीप सिद्धू ने कई बड़े खुलासे किए हैं। उसे सात दिन की पुलिस हिरासत में भेजा गया है।
दीप सिद्धू ने किए बड़े खुलासे
महिला मित्र की मिलीभगत आई सामने
गणतंत्र दिवस पर किसानों की ट्रैक्टर रैली के दौरान लाल किले पर हुई हिंसा के मुख्य आरोपी अभिनेता दीप सिद्धू ने कई बड़े खुलासे किए हैं। उसे सात दिन की पुलिस हिरासत में भेजा गया है। दीप सिद्धू से आज आईबी की एक टीम पूछताछ करेगी। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के सूत्रों के मुताबिक- 25 नवंबर के करीब दीप सिद्दू पहली बार सिंघू बॉर्डर आया था, उसका सिंघु बॉर्डर पर अपना एक टेंट था, जिसमें वो रहता था। पहले दिन ही उसने किसान आंदोलन के पक्ष में भाषण दिया था। दीप ने सिंघू बॉर्डर के आगे ही एक कमरा भी किराए पर ले रखा था। वहां भी वो अक्सर रुकता रहता था। पूछताछ में उसने बताया है कि शुरुआत में तो वो भी किसानों के समर्थन में जन आंदोलन से जुड़ा था पर बाद में उसने किसान नेताओं को समझाने की कोशिश की कि वे चक्काजाम या रैली न करें लेकिन किसान नेताओं ने उसकी बात नहीं सुनी।
जब उससे पूछा गया कि वीडियो बनाते, लोगों को भड़काते हुए नजर आ रहे हो तो दीप ने कहा- वो तो करना पड़ता है क्योंकि मैं भीड़ के साथ था। दीप ने बताया वो कई बार लक्खा सिधाना से सिंघु बॉर्डर पर मिला था। 26 जनवरी के बाद दीप ने मोबाइल फोन डर के चलते फेंक दिया था। 26 जनवरी के बाद वह दिल्ली में भी नहीं रुका। वह लगातार अपने दोस्तों के मोबाइल नंबर से बात कर रहा था। उनके ही नंबरों से वीडियो बनाकर, अपना फेसबुक आईडी पासवर्ड विदेशी दोस्तों को देकर वह अपने वीडियो अमेरिका के कैलिफोर्निया में बैठी अपनी महिला मित्र से अपलोड करवाता था। पुलिस सूत्रों के मुताबिक दीप ने सबसे बड़ा खुलासा यह किया है कि किसान आंदोल की फंडिंग विदेश से हो रही है।
बता दें कि पिछले सप्ताह पुलिस ने दीप सिद्धू, जुगराज सिंह, गुरजोत सिंह और गुरजंत सिंह के बारे में सूचना देने वालों को एक लाख रुपये का नकद इनाम देने की घोषणा की थी। इसके अलावा पुलिस ने जजबीर सिंह, बूटा सिंह, सुखदेव सिंह और इकबाल सिंह के बारे में सूचना देने वालों के लिए 50 हजार रुपये का नकद पुरस्कार देने की घोषणा की थी। याद दिला दें कि केन्द्र के तीन नए कृषि कानूनों को वापस लेने की किसान संगठनों की मांग के समर्थन में 26 जनवरी को किसानों ने ट्रैक्टर परेड निकाली थी। इस दौरान उनकी पुलिस के साथ हिंसक झड़पें हुई थीं और कुछ प्रदर्शनकारी लाल किले तक पहुंच गए थे। उन्होंने लाल किला की प्राचीर पर किसान संगठनों के झंडे और धार्मिक झंडा लगा दिया था।