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बिना M.Phil किये सीधे PhD में होगा प्रवेश, जानें नई शिक्षा नीति में क्या कुछ हुए बदलाव, देखें खास रिपोर्ट

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: July 30, 2020 01:49 AM2020-07-30T01:49:21+5:302020-07-30T01:49:21+5:30

केंद्रीय मंत्रीमंडल ने नई शिक्षा नीति 2020 को बुधवार को मंजूरी दे दी है। देश को 34 साल बाद मिली नई शिक्षा नीति में पढ़ाई के साथ-साथ स्किल पर जोर दिया गया है। इसमें मोदी सरकार के उस सपने को साकार किया गया है जिसमें छात्रों को एक हाथ में डिग्री और दूसरे हाथ में स्किल देने की बात शामिल है। इसलिए कक्षा 9वीं के बाद शुरू होने वाले वोकेशन कोर्स अब छठी कक्षा से शुरू हो सकेंगे। छात्रों को 10 दिन की इंटर्नशिप भी कराई जाएगी। उच्च शिक्षा में बड़ा बदलाव यह किया गया है कि थ्री ईयर डिग्री कोर्स में मल्टीपल एग्जिट और मल्टीपल एंट्री के मौके बनाए गए हैं। साथ ही फोर ईयर डिग्री कोर्स करने वाले छात्रों को एमए के बाद बिना एमफिल सीधे पीएचडी में दाखिला दिया जाएगा। केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक और केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावडेकर ने बुधवार को नई शिक्षा नीति को मंजूरी मिलने की जानकारी देते हुए बताया कि अब से केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय का नाम शिक्षा मंत्रालय होगा। उन्होंने कहा कि शिक्षा नीति को लेकर मांगे गए सुझाव के तहत बड़ा दस्तावेज तैयार हुआ है। देश भर के विभिन्न क्षेत्रों से करीब 2.25 लाख सुझाव नई शिक्षा नीति को लेकर प्राप्त हुए हैं।

टॅग्स :नई शिक्षा नीतिमानव संसाधन विकास मंत्रालयप्रकाश जावड़ेकरNew Education PolicyHRD (Ministry of Human Resource Development)Prakash Javadekar