Lok Sabha Elections 2024: आगामी लोकसभा चुनावों के लिए उत्तर प्रदेश में समाज के प्रबुद्ध लोगों से संपर्क कर उनका समर्थन जुटाने को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के संपर्क अभियान में पार्टी के अधिकांश सांसदों ने उत्साह नहीं दिखाया है.
बीटी 30 मई से चल रहे इस अभियान में पार्टी के आधे से अधिक सांसद अपने संसदीय क्षेत्र में एक हजार प्रबुद्ध लोगों से संपर्क करने का लक्ष्य पूरा करने में नाकाम रहे हैं. यानी की लक्ष्य को पूरा करने में फेल हो गए हैं. लक्ष्य पूरा ना कर पाने वालों में देश भर में चर्चित कैसरगंज से पार्टी के सांसद बृजभूषण शरण सिंह भी हैं.
केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर और केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी भी अपने संसदीय क्षेत्र में एक हजार प्रबुद्ध लोगों से करीब 40 दोनों में संपर्क करने में असफल रहे हैं. पार्टी सांसदों की इस नाकामी का ब्योरा पार्टी ने उजागर किया है.
पार्टी नेताओं के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार के नौ वर्ष का कार्यकाल पूरा होने के उपलक्ष्य में भाजपा की ओर से 30 मई से 30 जून तक महाजनसंपर्क अभियान चलाने का फैसला लिया गया था. फिर इस अभियान की अवधि को 17 जुलाई तक बढ़ाया गया.
पार्टी के इस महाजनसंपर्क अभियान के दौरान हर लोकसभा क्षेत्र के प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में टिफिन बैठक, वरिष्ठ कार्यकर्ता बैठक, लाभार्थी सम्मेलन सहित कुल चार कार्यक्रम होने थे. वहीं लोकसभा क्षेत्र स्तर पर प्रेस कांफ्रेंस, जनसभा, व्यापारी सम्मेलन, प्रबुद्धजन सम्मेलन, संयुक्त मोर्चा सम्मेलन, संपर्क से समर्थन, विकास तीर्थ अवलोकन के कार्यक्रम होने थे.
इन कार्यक्रमों के जरिए सांसद और विधायकों को प्रत्येक लोकसभा क्षेत्र में वकील, डॉक्टर, इंजीनियर, व्याख्याता, लेखक, पूर्व नौकरशाह, प्रमुख उद्योगपति या व्यापारी, पूर्व न्यायाधीश, पद्म पुरस्कार प्राप्त व्यक्ति सहित अन्य श्रेणी के एक हजार लोगों से संपर्क कर उन्हें मोदी सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए उनका समर्थन हासिल करना है.
फिर हर सांसद और विधायक को 10 जुलाई तक कार्यक्रम में शामिल होने और कितने प्रबुद्ध लोगों से मिले, उसकी रिपोर्ट पार्टी द्वारा तैयार किए गए सरल एप के जरिए भेजनी थी. पार्टी के इस तय कार्यक्रम के अनुसार सूबे की हर पार्टी सांसद ने महाजनसंपर्क अभियान में शामिल होने संबंधी अपनी रिपोर्ट पार्टी मुख्यालय को भेजी.
भाजपा के प्रदेश मुख्यालय को सांसदों की 10 जुलाई तक की मिली रिपोर्ट से यह खुलासा हुआ कि पार्टी के करीब 40 सांसदों में से आधे अपने लक्ष्य को पूरा नहीं कर सके. जबकि केंद्रीय नेतृत्व ने खासतौर पर इसी कार्यक्रम को पूरा करने के लिए ही अभियान की अवधि को 17 जुलाई तक बढ़ाया है.
इसके अलावा कन्नौज, नोएडा और हाथरस के सांसद अपने क्षेत्र में हुई जनसभा में 10 हजार लोगों की भीड़ तक नहीं जुटा सके. महाजनसंपर्क अभियान को लेकर जो रिपोर्ट मिली है, उसके मुताबिक इस अभियान में 1061 प्रबुद्धजन से संपर्क कर बाराबंकी के सांसद सबसे आगे रहे हैं. इसके बाद सीतापुर के सांसद का नाम आता है.
उन्होंने 1055 प्रबुद्धजन से संपर्क किया है. भगवान राम की नगरी अयोध्या (फैज़ाबाद) के सांसद लल्लू सिंह 942 लोगों से संपर्क करने में सफल रहे हैं. इसी प्रकार खीरी के पार्टी सांसद 904, उन्नाव के सांसद 712, लखनऊ के सांसद 674, मिश्रिख के सांसद 649, धौरहरा के सांसद 572 तथा हरदोई के सांसद 481 प्रबुद्धजन से संपर्क कर सके हैं. कुछ इसी तरफ से अन्य सांसदों के आंकड़े भी प्राप्त हैं.