दुनिया में इन-इन अजीब तरीकों से मनाते हैं नया साल
By मेघना वर्मा | Published: December 28, 2017 02:12 PM2017-12-28T14:12:35+5:302017-12-28T14:15:32+5:30
कहीं पुतला जलाते हैं तो कंही रंगे जाते हैं लाल रंग से दरवाजे, दुनिया के हर कोने में कुछ इस तरह से मनाया जाता है न्यू ईयर।
1 जनवरी, ग्रेगोरियन कैलेंडर के अनुसार वर्ष का पहला दिन होता है। पूरी दुनिया में ये दिन जोश और उत्साह से मनाया जाता है। दुनिया के हर कोने में साल के इस पहले दिन का रंग अलग ही दिखाई देता है। आज हम दुनिया के अलग-अलग कोने में आपको लेकर चलेंगे और बताएंगे कि भारत के अलावा दुनिया में न्यू ईयर की कैसे धूम होती है और कैसे-कैसे लोग नए साल का स्वागत करते हैं।
कुछ अजीब होता है यूरोप का नया साल
यूरोप के कई देशों में आज भी 31 दिसम्बर की रात को काले बालों वाला आदमी रात 12 बजे के बाद घर में प्रवेश करता है और घर वालों के लिए नए साल के तोहफे लेकर आता है। वह अपने साथ ब्रेड, आग जलाने के लिए कोयला, खुशहाली के लिए सिक्का और सेलिब्रेट करने के लिए ड्रिंक्स लेकर आता है। जिसे लेने के बाद लोग अपना नया साल मनाते हैं।
लाइटटिंग और फायर वर्क के साथ होता है नए साल का स्वागत
पुर्तगाल में नए साल के लिए सबसे भव्य आयोजन किया जाता है। यहां की सरकार नए साल के लिए मैडीरा आईलैंड पर दुनिया का सबसे बड़ा फायर वर्क का आयोजन करती है। जिसके कारण 31 दिसम्बर की रात पुर्तगाल का आसमान रंग-बिरंगी लाइट से जगमगा जाता है। पुर्तगाल के इस भव्य आयोजन को "गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड" में भी शामिल किया गया है।
पोलका डॉट्स के कपड़ों के साथ होता है नए साल का स्वागत
फिलिपीन्स में नए साल की शुरुआत पोलका डॉट्स के कपड़ों के साथ होती है। यहां के वासी 31 दिसम्बर और 1 जनवरी को गोल-गोल डॉट्स या पोलका डॉट्स के कपड़े पहनते हैं। फिलिपीन्स के लोग इसे शुभ मानते हैं।
नए साल पर जानते हैं अपना भविष्य
जर्मनी और ऑस्ट्रिया में नए साल पर भविष्य जानने का अनोखा तरीका अपनाया जाता है। इसके लिए एक कटोरे में पानी रख कर उसमें पारा(मर्करी) डालते हैं। मान्यता है कि पारा अगर जहाज के लंगर जैसा हो जाता है तो पारा डालने वाले व्यक्ति को मदद की जरूरत होती है लेकिन अगर पारा गोल हो जाता है तो व्यक्ति का नया साल अच्छा गुजरने वाला होता है।
कब्रिस्तान में मनाते हैं नया साल
दक्षिण अमेरिका के चिली शहर में नया साल मनाने का तरीका थोड़ा अलग है। यहां के लोग 31 दिसम्बर को कब्रिस्तान जाते हैं और रात भर अपने परिजनों के लिए प्रार्थना करते हैं।
पुतलों का होता है दहन
इक्वेडोर में साल के पहले दिन को मनाने का अलग अंदाज है। भ्रष्ट और ना पसंद राजनेताओं का पुतला जलाकर साल की शुरुआत की जाती है। ये पुतले पुराने कपड़े, अखबार आदि से बनाए जाते हैं। लोगों के बीच ऐसी मान्यता है कि इससे बुरी आत्माएं दूर भाग जाती हैं और आने वाला साल बहुत अच्छा होता है।
सबके दरवाजे का रंग होता है लाल
चाईना में नए साल पर लोग अपने घरों के दरवाजे रंगते हैं। यह जश्न 15 दिनों तक चलता है। दरवाजों को लाल रंग से रंग देते हैं जिसे भाग्य की खुशहाली का प्रतीक माना जाता है। इस दिन घर में चाकू या धार वाले औजारों का इस्तेमाल नहीं किया जाता। यहां के लोग इस दिन किसी भी चीज को काटना अशुभ मानते हैं।