यमुना में चलेंगे पानी के जहाज, ताजमहल-संगम तट का सफर होगा रोमांचक, जानें पूरा रूट और किराया
By उस्मान | Published: March 10, 2019 04:20 PM2019-03-10T16:20:05+5:302019-03-10T16:20:05+5:30
इस योजना के शुरू होने से दिल्ली से आगरा ताजमहल और प्रयागराज के त्रिवेणी संगम जाने वाले पर्यटकों का सफर सुगम हो जाएगा और समय की भी बचत होगी.
मोदी सरकार ने टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए जलमार्गों को विकसित करने की योजना बनाई है। इस योजना के तहत दिल्ली-आगरा-प्रयागराज ( Delhi-Agra-Prayagraj) के बीच यमुना नदी में पानी के जहाज चलाये जाएंगे। इस योजना के शुरू होने से ताजमहल और संगम का दीदार करने जाने वाले पर्यटकों का सफर आसान हो जाएगा। चलिए जानते हैं कि यह योजना कब शुरू होगी और इस जलमार्ग पर चलने वाले पानी के जहाजों का किराया कितना होगा।
क्या है सरकार का प्लान
केंद्रीय जल संसाधन और नदी विकास मंत्री नितिन गडकरी के अनुसार, जलमार्गों को विकसित करने के लिए 12000 करोड़ का बजट पास किया है। इस योजना के तहत दिल्ली-आगरा-प्रयागराज तक जलमार्ग बनाया जाएगा। इस परियोजना मंजूरी के लिए सरकार ने विश्व बैंक के पास भेजा है।
ताजमहल जाने वालों को होगा फायदा
नितिन गडकरी के अनुसार, उनके मंत्रालय का उद्देश्य लोगों को एक रोमांचक तरीके से ताजमहल का दीदार कराना है। इस योजना के शुरू होने पर लोग पानी के जाहज में बैठकर ताजमहल का दीदार करते हुए प्रयागराज में संगम तट का जा सकेंगे। इससे पर्यटकों का समय और मेहनत दोनों बचेंगे।
मोदी सरकार बनते ही शुरू हो गया था काम
विभाग के मंत्री नितिन गडकरी का सपना रहा है कि वह नदियों में जहाज चलाएं। सरकार में आने के बाद से ही वह इस पर काम कर रहे हैं। सारा कार्य जल मार्ग विकास योजना के तहत किया जा रहा है। गौरतलब है कि इससे पहले सरकार ने गंगा नदी पर वाराणसी से लेकर हल्दिया तक माल ढुलाई का कार्य शुरू किया है।
पानी के जहाज का किराया
दिल्ली-आगरा-प्रयागराज के बीच चलने वाले पानी के जहाज का किराया क्या होगा, इस बारे में अभी गडकरी ने कोई खुलासा नहीं किया है। एक बार विश्व बैंक से इस परियोजना को मंजूरी मिलने के बाद संभव है सरकार इसका किराया भी तय कर लेगी।