भारत की सबसे तेज चलने वाली ट्रेन 'वंदे भारत' पर पत्थर फेंकने वालों को ऐसे सबक सिखाएगा रेलवे
By उस्मान | Published: April 8, 2019 12:11 PM2019-04-08T12:11:00+5:302019-04-08T12:11:00+5:30
Train 18 Vande Bharat Express: 15 फरवरी को शुरू हुई इस ट्रेन पर अब तक कम से कम दस बार पत्थरबाजी हो चुकी है और अब तक इसके दस शीशों को बदला गया है.
भारत की सबसे तेज चलने वाले ट्रेन 'वंदे भारत एक्सप्रेस' ( Vande Bharat Express) को पत्थरबाजों से बचाने के लिए एक बड़ा फैसला लिया गया है। भारतीय रेलवे ने ट्रेन पर हुई पत्थरबाजी को देखते हुए सुरक्षा जवानों की संख्या बढ़ाने के साथ ट्रेन में और ज्यादा सीसीटीवी कैमरे लगाने का फैसला किया है। 'ट्रेन 18' (Train 18) के नाम से मशहूर भारत की इस पहली सेमी हाई स्पीड ट्रेन पर उत्तर रेलवे के दिल्ली डिवीजन के अधिकारियों ने पथराव के मामलों की जांच के लिए ट्रेन के आगे और पीछे की तरफ अतिरिक्त सीसीटीवी कैमरा लगाने का फैसला किया है।
इस ट्रेन का उद्घाटन 15 फरवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किया गया था। तब से अब तक इस ट्रेन पर कम से कम दस बार पथराव हो चुका है। इतना ही नहीं आज तक, इस ट्रेन के 12 खिड़की के शीशे बदल दिए गए हैं।
इस एक्सप्रेस के पिछले और अगले दोनों सिरों में सीसीटीवी का एक सेट पहले ही लगाया जा चुका है। लेकिन अधिकारियों ने फैसला किया है कि वे हाई-एंड और हाई-रिज़ॉल्यूशन सीसीटीवी के अतिरिक्त चार सेट और लगायेंगे।
रेलवे के पीआरओ अमित मालवीय ने कहा, 'ये हाई-स्पीड और हाई-रिज़ॉल्यूशन सीसीटीवी कैमरे इस महीने के भीतर रेलवे बोर्ड के निर्देशों द्वारा स्थापित किए जाएंगे और इन कैमरों की खास बात यह होगी कि ट्रेन के 130 किलोमीटर की रफ्तार से चलने पर भी बेहतरीन तरीके से कैप्चर कर सकते हैं।
वंदे भारत एक्सप्रेस सप्ताह में पांच दिन सोमवार और गुरुवार को छोड़कर चलती है। यह नई दिल्ली से सुबह 6 बजे रवाना होती है और दोपहर 2 बजे वाराणसी जंक्शन पहुंचती है। जबकि यह उसी दोपहर 3 बजे वाराणसी से रवाना होती है और 11 बजे नई दिल्ली पहुंचती है।
वर्तमान में, यह नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से वाराणसी जंक्शन तक 130 किमी प्रति घंटे की गति से लगभग आठ घंटे में 769 किमी की दूरी तय करती है। यह इलाहाबाद जंक्शन और कानपुर सेंट्रल पर रुकती है।